
उरमूल सरस डेयरी द्वारा घर-घर दिया जाएगा जल व पर्यावरण संरक्षण का संदेश, तुलसी पौधों का किया वितरण







बीकानेर। जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड की त्रैमासिक बोर्ड की मीटिंग चेयरमैन नोपाराम जाखड़ की अध्यक्षता में गंगानगर रोड स्थित डेयरी कार्यालय में आयोजित हुई। मीटिंग में सर्वप्रथम अहमदाबाद विमान हादसे के मृतकों को दो मिनिट का मौन धारण कर श्रधांजलि अर्पित की गई। तत्पश्चात निर्धारित एजेंडा के विषयों पर विस्तृत चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिए गए।
इस मीटिंग में सरस वन्दे गंगाजल अभियान के तहत जल व पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य योजना पर विस्तार से चर्चा कर उरमूल सरस डेयरी द्वारा घर घर जल व पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने का निर्णय लिया।
इस मीटिंग में चेयरमैन नोपाराम जाखड़ ने अपने सम्बोधन में कहा कि जल और पर्यावरण संरक्षण को लेकर जिले में ‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ ने नई ऊर्जा और जागरूकता का संचार किया है। “जल है तो कल है” की सोच के साथ ही सरस वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान का उद्देश्य हर बूंद को बचाने का संदेश देकर जनजागरूकता पैदा करना है। जल संरक्षण के लिए टांका निर्माण, वर्षा जल संचयन और नहरों की मरम्मत का काम चल रहा है।
प्रबन्ध संचालक बाबूलाल बिश्नोई ने अपने सम्बोधन में सरस वन्दे गंगा जल संरक्षण अभियान के अंतर्गत “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया तथा इसी क्रम में सरस् डेयरी बूथों पर नियमित उपभोक्ताओं में से चयनित उपभोक्ताओं को घर-घर “सरस् अंकित गमलों जिनमें तुलसी का पौधा लगा हुआ” वितरित किए जाने की योजना की शुरुआत की गई,ताकि जनमानस को भावनात्मक रूप से भी पर्यावरण संरक्षण से जोड़ा जा सके।
इस अवसर पर नोडल अधिकारी मोहनसिंह चौधरी ने चयनित उपभोक्ताओं में से कुछ उपभोक्ताओं को मीटिंग में बुलाकर सरस् अंकित गमलों में तुलसी का पौधा उपहार स्वरुप देकर योजना की क्रियान्विति की शुरुआत की।
मीटिंग में आरसीडीएफ जयपुर से प्रतिनिधि के रूप में अशोक कुमार भाटी, जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड के निदेशक मंडल में हेतराम,ओम कंवर,रामजस भादू, रामनारायण सारण, मांगीलाल बिश्नोई, प्रभुराम कस्वां, शंकरलाल मूण्ड, उरजाराम लेघा, गोरधनराम खीचड़ आदि उपस्थित रहे।


