राजस्थान में अज्ञात बीमारी का कहर, सात बच्चों की जान गई - Khulasa Online राजस्थान में अज्ञात बीमारी का कहर, सात बच्चों की जान गई - Khulasa Online

राजस्थान में अज्ञात बीमारी का कहर, सात बच्चों की जान गई

आबू. सिरोही जिले के सरूपगंज कस्बे के समीप फूलाबाई खेड़ा गांव में मातम छाया हुआ है। इस गांव में 7 बच्चों की अज्ञात बीमारी से मौत हो चुकी हैण् जैसे ही इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को लगती हैए उनके हाथ.पांव फू ल जाते हैं।

ताबड़तोड़ टीमें गठित कर इस बीमारी का पता लगाने की कोशिश शुरू हो जाती है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की ओर आशंका जताई जा रही है कि मौसम परिवर्तन और दूषित पेयजल से बने खाद्य पदार्थ का सेवन करने से यह मौतें हुई हैं, लेकिन इसकी अभी पुष्टि नहीं की जा रही है। प्रत्येक घर से सैंपल लेकर उसकी जांच के लिए उन्हें आगे भेजा गया है।

फू लाबाई खेड़ा में अज्ञात बीमारी के चलते एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत हुई है। चिकित्सा विभाग की पांच टीम पूरी पंचायत क्षेत्र का डोर टू डोर सर्वे कर रही है। टीम ने 300 से अधिक घरों का सर्वे कर करीब 100 बच्चों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजें। वहीं 3 बच्चों की तबियत बिगड़ने पर उन्हें उपचार के लिए सिरोही अस्पताल लाया जहां उनका उपचार जारी है।

जयपुर व जोधपुर की टीम भी मौके पर पहुंची हैए उनकी ओर से भी सर्वे किया जा रहा है। वहीं पिंडवाड़ा उपखंड अधिकारी हसमुख कुमार ने बताया कि टीम ने पूरे पंचायत क्षेत्र मे घरों का सर्वे कर बच्चों की खून की स्लाइड लेकर जांच के लिए आगे भेजी गई है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में सर्वे के लिए संयुक्त निदेशक जोगेश्वर प्रसादए मुख्य चिकित्सा अधिकारी एके मौर्य, अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ गौतम के सुपरविजन में 5 टीमें सरूपगंज चिकित्सा प्रभारी डॉ रामलाल, नितोड़ा चिकित्सक डॉ महिपाल, भारजा चिकित्सक डॉ अभिमन्यु, डॉ गौतम व एक मेल नर्स के नेतृत्व में 5 टीमों का गठन कर सर्वे किया गया। टीम ने घरों से खाने.पीने के भी सैंपल लिए।

दुकानों का सर्वे कर लिए सैम्पल
टीम की ओर से पूरे पंचदेवल ग्राम पंचायत क्षेत्र में दुकानों व ढेले पर बिकने वाले प्लास्टिक पैकिंग में पेय प्रदार्थों के सैंपल लिए है, उन्हें जब्त किया गया है। साथ ही उन्हें इन प्रदार्थों को नहीं बेचने के लिए पाबंद किया गया है।

परिजनों को बच्चों को घर पर ही रखने के निर्देश
जिला कलेक्टर डॉ भंवरलाल ने वहां उपस्थित ग्रामीणों से अपील की थी कि जब तक टीम की ओर से पूरे गांव में सर्वे नहीं हो जाताण् तब तक बच्चों को घरों में रखने की अपील की है। सैम्पल को जांच के लिए जोधपुर व जयपुर भेजा जा रहा है। दुकानों व ढेले पर बिकने वाले पेय प्रदार्थों के सैम्पल लेकर उन्हें जांच के लिए जयपुर व जोधपुर भेजा जा रहा है।

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