
विश्वविद्यालय की बड़ी लापरवाही, बीकॉम-बीएससी फर्स्ट ईयर जनरल अंग्रेजी विषय के लिफाफे के अंदर निकला बीए फर्स्ट ईयर का पेपर






झुंझुनूं। जिले की कॉलेजों में इन दिनों शेखावाटी विश्वविद्यालय सीकर की ओर से स्नातक प्रथम, द्वितीय एवं फाइनल ईयर की परीक्षाएं करवाई जा रही हैं। तीन पारियों में हो रही परीक्षा में पहली पारी में स्नातक फाइनल ईयर, दूसरी में प्रथम व तीसरी पारी में द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं चल रही हैं। मंगलवार को दूसरी पारी में सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक बीकॉम व बीएससी प्रथम वर्ष का जनरल अंग्रेजी का पेपर था लेकिन विद्यार्थियों को बीए प्रथम वर्ष जनरल अंग्रेजी प्रिंटेड पेपर थमा दिया तो विद्यार्थी संशय में पड़ गए। उन्होंने बीए का पेपर दिए जाने पर हल्ला मचाया तो बात केंद्राधीक्षकों के जरिए यूनिवर्सिटी तक पहुंची। यूनिवर्सिटी ने पेपर कोड का मिलान सही होने की बात कहते हुए इसे प्रिंटिंग मिस्टेक बताया और इसी पेपर से परीक्षा करवाने के आदेश जारी किए। इसके बाद इसी से परीक्षा करवा दी। राधेश्याम आर. मोरारका पीजी कॉलेज के प्राचार्य यशपाल भांबू ने बताया कि यूनिवर्सिटी के सहायक कुल सचिव (परीक्षा) ने इस संबंध में स्पष्टीकरण भेज कर संकाय के नाम में प्रिंटिंग मिस्टेक मानते हुए परीक्षा संपन्न करवाने को कहा था। शेखावाटी विश्वविद्यालय की स्नातक स्तर की परीक्षाएं 6 अप्रैल से शुरू हो गई थी। परीक्षा कार्यक्रम के मुताबिक मंगलवार को दूसरी पारी में बीकॉम- बीएससी फर्स्ट ईयर का जनरल अंग्रेजी का पेपर था। लेकिन परीक्षार्थियों को बीए फर्स्ट ईयर जनरल अंग्रेजी का पेपर दे दिया गया। जबकि बीए फर्स्ट ईयर का जनरल अंग्रेजी का पेपर 24 अप्रैल को ही दूसरी पारी में होगा। परीक्षा के दौरान बीकॉम-बीएससी के लिफाफे में बीए का पेपर निकलने की सूचना पर शेखावाटी यूनिवर्सिटी के सहायक कुल सचिव (परीक्षा) ने सभी केंद्राधीक्षकों को स्पष्टीकरण भेजा है। इसमें लिखा है कि मंगलवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे की पारी में बीकॉम-बीएससी जनरल अंग्रेजी के परीक्षा प्रश्न पत्र पर प्रिंटिंग मिस्टेक के चलते केवल बीए पार्ट प्रथम स्वयंपाठी विद्यार्थियों के लिए लिखा हुआ है, लेकिन प्रश्न पत्र पर कोड 1012 अंकित है, जो सही है। अत: इसे बीकॉम-बीएससी पार्ट प्रथम नियमित परीक्षार्थियों का प्रश्न पत्र मानते हुए परीक्षा संपन्न करवाएं।


