सामाजिक बंधनों से उपर उठकर पेश की अनूठी मिसाल,हो रही है प्रशंसा - Khulasa Online सामाजिक बंधनों से उपर उठकर पेश की अनूठी मिसाल,हो रही है प्रशंसा - Khulasa Online

सामाजिक बंधनों से उपर उठकर पेश की अनूठी मिसाल,हो रही है प्रशंसा

बीकानेर। बदलते परिवेश में आमतौर पर देखने को आता है कि इंसान सामाजिक बंधनों को निभाने के लिये देख दिखावा करते नहीं चुकते। ताकि इसकी वाहवाही सामाजिक स्तर पर हो। लेकिन ऐसे विरला ही लोग होते है जो इस समाज में अपनी बढ़ाई न कर बल्कि देश हित व समाजहित को सर्वोपरि मानते है। बीकानेर के दो युवाओं ने ऐसी ही मिसाल पेश की है। आचार्य चौक निवासी राजेश श्रीमाली व दिनेश श्रीमाली की माताजी का विगत दिनों निधन हो गया। जिनकी नियमित बैठक उनके निवास स्थान पर चल रही है। लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ रहे प्रकोप को देखते हुए इन दोनों युवाओं ने एक निर्णय कर अपनी माताश्री कमलकांता श्रीमाली के एकादशा,द्वादशा,त्रयोदशा सहित गंगाप्रसादी जैसे सामाजिक रीति को आगामी दिनों के लिये टाल दिया। यहीं नहीं इन दोनों भाईयों ने बीकानेर से बाहर रहने वाले अपने परिजनों व रिश्तेदारों को मैसेज कर आग्रह किया है कि वे उनकी माता के निधन पर शोक जताने के लिये यात्रा कर बीकानेर न आवें और अपने स्वास्थ्य को खतरे में न डालें। आप अपनी संवेदना मोबाइल पर जता लें। ताकि इस महामारी के दौरान बचाव हो सके। राजेश व दिनेश की अनूठी मिसाल की हर ओर प्रशंसा हो रही है कि इस शोक के बावजूद दोनों भाईयों ने देश हित को सर्वोपरि मानते हुए अपने यहां होने वाले सामाजिक रिति रिवाजों को आगामी दिनों के लिये टाल दिया।

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