
पार्षदों का निलंबन अलोकतांत्रिक, कोलायत विधानसभा में विरोध



जयपुर ग्रेटर मेयर सौम्या गुर्जर एवं
खुलासा न्यूज,बीकानेर। भाजपा के प्रदेश व्यापी आह्ववान के तहत जयपुर ग्रेटर महापौर सौम्या गुर्जर एवं भाजपा पार्षदों के निलम्बन का कोलायत विधानसभा के भाजपा नेताओं ने विरोध किया है।
कोलायत पंचायत समिति के पूर्व प्रधान जयवीरसिंह भाटी ने कहा कि कांग्रेस राज अराजक हो चला है नियमावली मात्र विपक्ष हेतु लागू की जाती है सत्ता पक्ष के लोग अपनी मनमानी करते हैं, कोलायत में भी लोकडाउन के दौरान उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने दर्जनों बार धारा 144 को तोड़ा है वो भी प्रशासनिक अभियानों में और प्रशासन मूकदर्शक बना बैठा है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा की जयपुर ग्रेटर मेयर एवं पार्षदों को निलम्बन कर कांग्रेस के लोग ताकत की नुमाइश मात्र कर रहे हैं, उन्होंने अपील की है कि आज सभी भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता काली पट्टी बाँधकर राज्य सरकार की हठधर्मिता का खुलकर विरोध करें।
भाजपा आईटी सेल के पूर्व जिलाध्यक्ष डूंगरसिंह तेहनदेसर ने कांग्रेस के राज को अराजकता का पर्याय करार दिया है, प्रदेश में भय, भूख, अपराध, संगठित अपराध, महिलाओं बच्चों के साथ हिंसा एवं लूटपाट चरम सीमा पर है कोई सुनवाई करने वाला है नहीं, कांग्रेस की अंर्तरकलह जगजाहिर है इसी लड़ाई के कारण पूरा राज्य पीस रहा है। जयपुर मेयर और पार्षदों की तुंरन्त बहाली की जानी चाहिए।
सरपंच एसोशिएशन अध्यक्ष प्रतिनिधि जयसिंह भाटी के मुताबिक पंचायतें ग्रामीण विकास की धुरी होती है लेकिन वर्तमान राज में सरकार नहीं प्रशासनिक अधिकारियों का राज है जो सरपंचों एवं लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करने का काम कर रहे हैं, जयपुर में जो हुआ वह भी नगर निगम की स्वायत्तता में हस्तक्षेप करने जैसा, सरकार को सौम्या गुर्जर एवं पार्षदों के निलम्बन तुंरन्त वापिस लेना चाहिए।
सरकार के निर्णय का भाजपा पूर्व जिला उपाध्यक्ष मंगेजसिंह हाड़ला, क्षत्रिय सभा अध्यक्ष युद्धवीरसिंह भाटी, युवराज सिंह रावलोत, संजय पुरोहित, जेठूसिंह डुंगरास, ओमप्रकाश गेदर, भँवर उपाध्याय, देवकिशन कुमावत सहित कई भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं ने विरोध किया है।

