
स्प्रे की चपेट में आने से दो नौजवान किसानों की मौत





बीकानेर। फसलों को कीड़ों से बचाने के लिए छिड़का जाने वाला जहर किसानों के लिए जानलेवा बन रहा है। इसके प्रभाव से लगातार किसानों की मौते हो रही है। इसके पीछे लापरवाही एक बड़ा कारण मानी जा रही है, क्योंकि स्पे्र का छिड़काव करते हुए किसान को सावधानी बरती होती है, लेकिन कई बार किसान लापरवाही कर जाता है और यह लापरवाही प्राण घातक बन जाती है। ऐसी ही दो घटनाएं सामने आई है, जहां जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में स्प्रे की चपेट में आने से दो नौजवान किसानों की मौत हो गई। पहली घटना शेरूणा थाना क्षेत्र की है। जहां बापेउ निवासी सीताराम ने मर्ग रिपोर्ट दर्ज करवायी है। जिसमें बताया कि लिखमीदेसर दिखणादा गांव स्थित खेत में एक फरवरी को उसका भाई छोटूराम स्प्रे कर रहा था। इस दौरान वह बेहोश हो गया। ईलाज के लिए पीबीएम अस्पताल लेकर आए, जहां ईलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। वहीं, दूसरी घटना देशनोक थाना क्षेत्र के बोहरान की है। इस संबंध में देशनोक वार्ड नंबर 10 निवासी बाबूलाल ने मर्ग रिपोर्ट दर्ज करवायी है। जिसमें बताया कि उसका पुत्र रमेश जोख्खेत में फसल में कीटनाशक दवाई का छिड़काव कर रहा था। जिस कारण वह बेहोश हो गया। उसे पीबीएम अस्पताल लेकर आए, जहां ईलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।




