
शाॅर्ट सर्किट से ट्रक में आग लगी 2 स्लीपर बसें भी चपेट में आई, दाे दिन पहले ही 12 लाख में बसों का सौदा किया था





सीकर। रीकाे एरिया में स्थित पुरानी गम फैक्ट्री में बुधवार शाम खडे़ ट्रक में शाॅट सर्किट से आग लग लग गई। पास खड़ी दो स्लीपर बसें भी चपेट में आ गई। गनीमत यह रही कि दमकल समय पर आ गया, वरना लपटें पीछे स्थित ट्रांसफार्मर की फैक्ट्री काे भी चपेट में ले लेती। फैक्ट्री में काफी ऑयल था। पास में चूरी का गाेदाम हाेने के कारण उसमें भी आग लगने का खतरा था। हालांकि इतने बडे़ हादसे के बाद भी पुलिस माैके पर नहीं पहुंची थी। राधाकिशनुपरा निवासी और स्लीपर बसाें के मालिक नरेंद्र सिंह राठाैड़ ने बताया कि जगह नहीं होने के कारण उसने अपनी दाेनाें बसें दाेस्त दिलिप की पुरानी बंद पड़ी गम फैक्ट्री में खड़ी कर रखी थी। दाेनाें बसें चार महीने से बाॅडी वर्क कराने के लिए खड़ी की थी। लेकिन मिस्त्री और लेबर नहीं मिल रहे थे। इन बसाें के बगल में ही एक ट्रक खड़ा था। प्रत्यक्षदर्शियाें ने बताया कि ट्रक काे कुछ देर पहले ही खड़ा करके गए थे। शॉर्ट सर्किट से उसमें आग लग गई। बसाें के पास में खडे़ एक ट्रक काे ताे समय रहते ही फैक्ट्री से बाहर निकाल लिया था। वरना वह भी आग की चपेट में आ जाता।
दाे दिन पहले ही 12 लाख में बसों का सौदा किया था
बसाें के मालिक नरेंद्र के अनुसार दाेनाें बसाें काे बेचने के लिए उसने दाे दिन पहले ही इनका 12 लाख में साैदा कर दिया था। जिनकाे लेने के लिए दाे दिन बाद खरीददार आने वाला था। लेकिन, इससे पहले ही आग में उसकी दाेनाें बसें जल गई। दमकल चालक सतीश ने बताया कि आग लगने की सूचना देने खुद लाेग ऑफिस में आए थे। पांच मिनट में पहले एक गाड़ी रवाना की और इसके बाद दाे गाड़ियां घटना स्थल पर भिजवाई गई। माैजूद लाेगाें ने बसाें के शीशे ताेड़ कर और मिट्टी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया।


