
दो सगे भाई पाकिस्तानी जासूस निकले:दुश्मन देश जाकर आए थे,दिल्ली पुलिस ने पकड़ा






दो सगे भाई पाकिस्तानी जासूस निकले:दुश्मन देश जाकर आए थे,दिल्ली पुलिस ने पकड़ा
भरतपुर। दिल्ली की स्पेशल सेल टीम कल शुक्रवार को डीग के पहाड़ी थाना पहुंची थी। गंगौरा गांव में हसीन नहीं मिला। बाद में उसे नगर इलाके से पकड़ा गया।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने वाले मोहम्मद कासिम (32) के बड़े भाई मोहम्मद हसीन (34) को दिल्ली की स्पेशल सेल ने डिटेन कर लिया है। हसीन को डीग जिले के नगर इलाके से पकड़ा है। पुलिस हसीन को लेकर दिल्ली गई है। वहां पहले से पुलिस कस्टडी में चल रहे कासिम और हसीन से पाकिस्तान कनेक्शन को लेकर पूछताछ की जाएगी।
जानकारी के अनुसार- दिल्ली से शुक्रवार को स्पेशल सेल टीम डीग जिले के पहाड़ी थाना इलाके के गंगौरा गांव पहुंची थी। यह कासिम और हसीन का गांव है। भाई कासिम के गिरफ्तार होने के बाद से ही हसीन फरार हो गया था। कई जगह तलाश करने के बाद शुक्रवार शाम को स्पेशल सेल को उसके डीग के नगर इलाके में होने का इनपुट मिला था। इसके बाद पुलिस ने नगर से हसीन को डिटेन कर लिया।
कासिम ने बताया- हसीन भी पाकिस्तान भेजता था खुफिया जानकारी
पाकिस्तानी जासूस मोहम्मद कासिम पहले दिल्ली रहता था, जहां किडनैप केस में गिरफ्तार हुआ था और 5 साल तिहाड़ जेल में सजा काटी थी। जेल से निकलने के बाद कासिम गंगौरा गांव में ही रहने लगा था। वह यहां पर ताबीज बेचने का काम करने लगा। वहीं कासिम का भाई हसीन मजदूरी करता है।
दिल्ली में कासिम से हुई पूछताछ में सामने आया कि हसीन भी पाकिस्तान खुफिया जानकारी भेजा करता था। इसके अलावा वह भी पाकिस्तान जाकर आ चुका है। छोटे भाई कासिम की तरह वह भी ढ्ढस्ढ्ढ के संपर्क में था और गोपनीय जानकारियां साझा करता था।
हसीन का पाकिस्तान जाना कैंसिल हुआ तो गया था कासिम
कासिम से पूछताछ में सामने आया कि वह अगस्त 2024 में टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान गया था। इसके बाद इसी साल 2025 में ईद पर भी 90 दिन के लिए पाकिस्तान गया था। सामने आया है कि दोनों बार वह संपर्क में आया और ट्रेनिंग ली।
कासिम ने बताया कि पहले उसके बड़े भाई हसीन का पाकिस्तान जाना तय था, लेकिन वीजा संबंधी काम पूरा नहीं होने के कारण उसका जाना कैंसिल हो गया। इसके बाद कासिम पाकिस्तान गया था। कासिम ने यह भी बताया कि उसने दिल्ली में कुछ लोगों को सिम भी मुहैया करवाई थी। ताकि उन सिम के जरिए वह इंटेलिजेंस से जुड़ सके और भारत की खुफिया जानकारियां पाकिस्तान को दे सके।
कासिम और हसीन का पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी दानिश से संपर्क भी सामने आया। भारत सरकार ने आईएसआई एजेंट होने के शक के बाद दानिश को पाकिस्तान भिजवा दिया।

