
नोखा में 30 फीट गड्ढे में धंसे दो मकान, धमाके की आवाज सुनकर घरों से बाहर निकले लोग, प्रशासन ने सात मकान खाली करवाए





खुलासा न्यूज बीकानेर। जिले के नोखा में बारिश के बाद दो मकान 30 फीट गहरे गड्ढे में धंस गए। घटना के बाद प्रशासन ने एहतियात के तौर पर आसपास के सात मकानों को खाली कराया। घटना शहर रोड़ा रोड स्थित सिनेमा हॉल के पीछे की है। जानकारी के अनुसार घटना शुक्रवार रात 11 बजे की है। जिसमें सीमा जोशी और कन्हैयालाल का मकान जमीन में धंसकर जमींनदोज हो गया। मकान के नीचे जमीन खोखली थी। ढाई बीघा के एरिया में बेरिकेड्स लगा दिए हैं। असुरक्षित मकानों को रेड मार्क कर चिह्नित कर दिया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार शुक्रवार रात को तेज आवाज आने पर मोहल्ले के लोग घरों से बाहर निकल आए। इस दौरान देखा तो मोहल्ले की सीमा जोशी और कन्हैयालाल का मकान गिर चुका था। कन्हैयालाल ने टेंट व्यापारी श्रवण जोशी को किराए पर दे रखा था। जहां वह अपना सामान रखता था। यहां पूरे क्षेत्र में जगह-जगह जमीन नीचे से खोखली है। मगर फिर भी नगर पालिका की ओर से पट्टे जारी कर दिए गए।
लोगों ने बताया कि श्रवण जोशी ने मोहल्ले में कन्हैयालाल का मकान टेंट के गोदाम के लिए किराए पर ले रखा है। हादसे से 10 मिनट पहले ही श्रवण ताला लगाकर निकला था। रोड़ा (नोखा) में एक प्रोग्राम का काम ले रखा था। इसलिए कुछ सामान वहां पर रखा था। घर पहुंचते ही हादसे के बारे में पता चला। मौके पर आकर देखा तो पूरा सामान मलबे में दब चुका था।
वहीं, नोखा तहसीलदार (कार्यवाहक ईओ) चंद्रशेखर टांक के अनुसार सुरक्षा को देखते हुए 7 मकानों को खाली करवाया गया है और परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। प्रशासन की ओर से ढाई बीघा की बेरिकेड्स लगाकर आवाजाही को बंद कराया है। मकानों के नीचे खोखली सुरंग हैं। जानकारी मिली है कि यहां सालों पहले बजरी खनन किया जाता था। इसके बाद यहां कॉलोनी बस गई। यहां पट्टों को लेकर मामले की जांच कर रहे हैं। घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम गोपाल जांगिड़ ने राजस्व कर्मचारियों को मौके पर भेजा। पटवारी भगवंत और नगर पालिका के कर्मचारियों को जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा है।


