वायरल फीवर का ट्रेंड बदला, देरी से ठीक हो रहे मरीज - Khulasa Online वायरल फीवर का ट्रेंड बदला, देरी से ठीक हो रहे मरीज - Khulasa Online

वायरल फीवर का ट्रेंड बदला, देरी से ठीक हो रहे मरीज

बीकानेर। मौसम में बदलाव के साथ ही अस्पतालों में मौसमी बीमारियों से ग्रस्त रोगियों की संख्या बढ़ गई है। इनमें खांसी, जुकाम, वायरल फीवर, उल्टी-दस्त, अस्थमा, सांस लेने में दिक्कत सहित अन्य लक्षणों वाले मरीज आ रहे हैं। सर्वाधिक मरीज खांसी, जुकाम व वायरल फीवर के पहुंच रहे हैं। खास बात यह है कि सामान्यत: तीन दिन में ठीक होने की बजाय मरीज सात से दस दिन में ठीक हो रहे हैं। खांसी भी दो सप्ताह से पहले पीछा नहीं छोड़ रही।
अस्पतालों में बढ़ रहा भार
वर्तमान में बढ़ रहे मरीजों के चलते अस्पतालों में भार बढऩे लगा है। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों की संख्या में करीब एक सप्ताह से एकाएक इजाफा हो गया है। अस्पतालों के पर्ची व दवा काउंटरों पर मरीजों की लंबी कतारें लग रही हैं।
इन बीमारियों की चपेट में लोग-सर्दी-जुकाम
खांसी, -बुखार
-वायरल बुखार
-उल्टी दस्त
-अस्थमा व दमा, -सिरदर्द
-लीवर इफेंक्शन
वायरल स्ट्रेन में आ रहा बदलाव
पिछली बार वायरल ट्रेंड तीन से पांच दिन का था। जबकि इस बार सात दिन हो रहा है। इसके पीछे वायरस स्ट्रेन में आ रहे बदलाव, नए वायरस का संक्रमण, दवाओं का बढ़ता रेसीसटेंस और इम्युनिटी में कमी है। इसका असर बच्चों पर भी हो रहा है। खांसी लंबी चल रही है। खांसी के अंत में उल्टी की समस्या भी आ रही है।

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