340 सीटों के साथ एनडीए सबसे आगे रहेगा

340 सीटों के साथ एनडीए सबसे आगे रहेगा

दिल्ली। एनडीए सरकार बनाता नजर आ रहा है। लगभग 340 सीटों के साथ एनडीए सबसे आगे रहेगा। राज्यवार आंकड़ों पर न्यूज डालें तो इस तरह की संभावना बनती है।

एनडीए को राजस्थान में 25 में 20-21,यूपी में 80 में 70-72,महाराष्ट में 48 में 35-37,बिहार में 40 से 33-36,गुजरात की 26 में 23-25,मध्यप्रदेश की 29 में 28,ख्दिल्ली की 7 में 4-6,हरियाणा की 10 में 8-10,छतीसगढ़ की 11 में 8-10,ख्बंगाल की 41 में 25-30,तमिलनाडू की 39 में 3-7,आंधप्रदेश की 25 में से 15-17,केरल की 20 में से 1-3,
पंजाब की 13 में 0-3,कर्नोटक की 28 में 20-23,तेलगाना की 17 में 8-10,हिमाचल की 4 में 3-4,उतराखंड की सभी पांच सीटें,गोवा की सभी दो सीटें,जम्मू में कुछ भी नहीं,लेह-लद्दाख की एक सीट,मणिपुर की दो में से एक,उड़ीसा की 21 में 10-12,पांडेचेरी की एक सीट,अरूणाचल की दो में से एक,आसाम की 14 में से 9-11 सीट,झारखंड की 14 में से 9-11,सिक्किम,मिजोरम,नागालैंड,दादर नागर हवेल,अंडमार निकोबार की एक-एक सीट में से एक भी नहीं,चंड़ीगढ़ की सीट एनडीए की खाते में जाती हुई दिखाई दे रही है। त्रिपुरा की दो में से एक भी नहीं मिलती हुई दिखाई दे रही है। वहीं मेघालय की दो में एक सीट मिलती हुई नजर आ रही है।

दूसरी और इंडिया गठबंधन और अन्य भी कई राज्यों में बढ़त बनाए हुए है।
राजस्थान में कांग्रेस को 4-5,मध्यप्रदेश में 0-1,गुजरात में 1-3,छतीसगढ़ में 1-3,यूपी में इंडिया गठबंधन व अन्य को 8-10,महाराष्ट में महाविकास अघाड़ी को 11-13,बिहार में इंडिया गठबंधन को 4-7,दिल्ली में गठबंधन को 1-3,हरियाणा 0-2,बंगाल में इंडिया गठबंधन को 11-16 मिल सकती है।
वहीं तमिलनाडू में इंडिया गठबंधन के अलावा क्षेत्रीय दल भी बढ़त बनाए हुए है। यहां की 39 सीटों में से इंडिया गठबंधन ओर क्षेत्रीय दल 32-36 सीटों पर आगे है। आंधप्रदेश की 25 में से 8-10 सीट मिल सकती है। इसी क्रम में केरल में भी क्षेत्रीय दल आगे है। जहां पर 20 में एनडीए के अलावा अन्य दल 17-19 सीट जीत सकते हैं।

पंजाब में आप और कांग्रेस के बीच मुकाबला है। जहां पर भाजपा 0-3 पर आगे है। वहीं इंडिया गठबंधन के ये दोनो दल 10-13 सीटों पर आगे है। कर्नोटक की 28 में से एनडीए के अलावा अन्य दल 5-8 सीटों पर आगे,तेलगाना की 17 में एनडीए के अलावा अन्य दल 7-9 सीटों पर आगे,हिमाचल की चार में से एक सीट कांग्रेस जीत सकती है।
उतराखंड में एक भी नहीं,गोवा में एक भी नहीं,जम्मू कश्मीर की 5 सीटों पर क्षेत्रीय दल आगे दिखाई देते हैं।
उड़ीसा की 21 में 9-11 सीटें इंडिया व अन्य दलों को मिल सकती है।
आसाम की 14 में 3-5 सीटें अन्यों को,अरूणाचल की दो में से एक,झारखंड की 14 में 3-5 सीटें मिल सकती है।वहीं नार्थ ईस्ट के अलग-अलग छोटे राज्यों की 25 में से 10-12 सीटें अन्य व इंडिया गठबंधन को मिल सकती है।

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