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ऑक्सीजन कमी को पूरी करने के लिए जिला प्रशासन ने निजी अस्पतालों का कोटा तय किया

खुलासा न्यूज बीकानेर। ऑक्सीजन की कमी से निपटने के लिए बीकानेर जिला प्रशासन ने नायाब तरीका ढूंढ निकाला है। प्राइवेट अस्पतालों के लिए एक कोटा निर्धारित कर दिया गया है। जितनी ऑक्सीजन मिल रही है, उतने ही रोगी भर्ती कर सकेंगे। ऐसे में गंभीर रूप से बीमार को इन प्राइवेट अस्पताल के संचालक भर्ती करने से कतरा रहे हैं।
दरअसल, पिछले दिनों प्राइवेट हॉस्पिटल में तीन रोगियों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई थी। डीटीएम अस्पताल की इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने सभी अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन की मात्रा निर्धारित कर दी। हालांकि यह मात्रा अस्पताल की क्षमता को देखते हुए निर्धारित की गई है। इसके अलावा बफर स्टॉक भी दिया जा रहा है। जरूरत पडऩे पर इमरजेंसी में अतिरिक्त सिलेंडर देने का भरोसा भी दिया गया है। इसके बाद भी अब प्राइवेट हॉस्पिटल रोगी को भर्ती करने से कतरा रहे हैं। इमरजेंसी कोटा लेने में विलंब होने की स्थिति में रोगी की जान भी जा सकती है। रिस्क लेने के बजाय प्राइवेट हॉस्पिटल उतने ही रोगी भर्ती कर रहा है, जिनको वो उपलब्ध सिलेंडर कोटे में अधिकतम ऑक्सीजन दे सकता है।
कम हो गए रोगी
बीकानेर में अभी पांच प्राइवेट हॉस्पिटल्स में कोविड रोगी भर्ती हो सकते हैं। इनमें डीटीएम हॉस्पिटल, जीवन रक्षा हॉस्पिटल, एमएन हॉस्पिटल, गोविन्दम हॉस्पिटल और कोठारी हॉस्पिटल। इन सभी ने अपने बेड्स की क्षमता को सीमित कर दिया है। ज्यादा रोगी भर्ती करने पर ज्यादा रोगी भर्ती करने पड़ते हैं। इन सभी के लिए प्रशासन से ऑक्सीजन नहीं मिल रही। बफर कोटा भी बहुत जल्दी खत्म हो जाता है।
एक हॉस्पिटल ने कोविड विंग बंद की
उधर, एक प्राइवेट हॉस्पिटल ने तो अपनी कोविड विंग को ही बंद कर दिया है। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में इस अस्पताल से जुड़े कुछ लोगों के नाम आने व ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा नहीं मिलने से प्रबंधन इतना परेशान हो गया कि उन्होंने जिला कलक्टर व सीएमएचओ को पत्र लिखकर कोविड विंग बंद करने की सूचना दे दी।
किस अस्पताल को कितने सिलेंडर
बीकानेर में अभी डीटीएम अस्पताल को 55, जीवन रक्षा अस्पताल को 38, एमएन अस्पताल को 40, गोविन्दम हॉस्पिटल को 20 तथा कोठारी अस्पताल को 25 सिलेंडर दिए जा रहे हैं। इमरजेंसी में अतिरिक्त सिलेंडर देने की व्यवस्था है।

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