भीड़ से बचने के लिए शिक्षा विभाग ने सेंटर्स में किया बदलाव - Khulasa Online भीड़ से बचने के लिए शिक्षा विभाग ने सेंटर्स में किया बदलाव - Khulasa Online

भीड़ से बचने के लिए शिक्षा विभाग ने सेंटर्स में किया बदलाव

जयपुर। रीट भर्ती परीक्षा में जयपुर आने वाले 1.76 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों के लिए व्यवस्था में जुटे जयपुर जिला प्रशासन को शिक्षा विभाग की तरफ से थोड़ी राहत मिली है। साथ ही रीट परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए भी यह बड़ी राहत है। शिक्षा विभाग ने परीक्षा देने के लिए दूसरे जिलों से आने वाले करीब 39 हजार अभ्यर्थियों को उन्हीं के जिलों में सेंटर्स आवंटित कर दिए हैं। वहीं इस परीक्षा को लेकर मुख्य सचिव निरंजन ने संभागीय आयुक्त और कलेक्टर को सभी तैयारियां पुख्ता करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पेपर ली की आशंका को देखते हुए स्ह्रत्र की ओर से भी टीम गठित कर इस पर नजर रखी जाएगी।
जयपुर से दूसरे जिलों में परीक्षा देने जाने वाले अभ्यर्थियों को जयपुर में ही सेंटर्स आवंटित कर दिए हैं। मुख्य सचिव निरंजन आर्य की अध्यक्षता में प्रदेश के सभी कलेक्टर की रीट की तैयारियों को लेकर हुई ऑनलाइन बैठक में शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने यह जानकारी दी। इस निर्णय से जयपुर जिला प्रशासन को 800 बसें कम लगानी पड़ेगी।
सूत्रों के मुताबिक कलेक्टर्स की मीटिंग में अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. गोयल ने बताया कि अविवाहित महिला अभ्यर्थियों और दिव्यांग, जिनके सेंटर दूसरे जिले में दिए गए थे, उनको गृह जिले में सेंटर देने का निर्णय किया है। इस निर्णय के तहत जयपुर जिले में दूसरे जिलों से आने वाले 38,983 अभ्यर्थियों को उनके गृह जिलों में सेंटर आवंटित किए हैं।
को जयपुर कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि जयपुर में रीट परीक्षा के लिए कुल 592 परीक्षा केन्द्र बनाए हैं, जिन पर लगभग 2.51 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। इन अभ्यर्थियों में दूसरे जिलों (बाहर) से आने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 1 लाख 37,804 हैं। इस निर्णय से पहले बाहर से आने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 1 लाख 76,787 थी। ऐसे में कुल 38,983 अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है।
38,983 अभ्यर्थियों को राहत
शिक्षा विभाग ने इन 38,983 अभ्यर्थियों के सेंटर्स को दूसरे जिलों से निरस्त करके जयपुर में ही कर दिया है। इनमें ज्यादातर महिला अभ्यर्थी है। इस तरह से जयपुर जिले से दूसरे जिलों में परीक्षा देने के लिए जाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या अब 1 लाख 16,617 से कम होकर 83,016 रह गई हैं।
5 जगहों पर बनेंगे अस्थायी बस स्टैंड, 1480 बसों का होगा संचालन
जयपुर से बाहर दूसरे जिलों में जाने वाले अभ्यर्थियों के लिए जयपुर जिला प्रशासन ने 1480 बसों की व्यवस्था की है। जिसमें 1100 निजी और 380 रोडवेज की बसें हैं। ये बसें तीन दिन 24 से 27 सितंबर तक संचालित होगी। इसी तरह दूसरे जिलों से जयपुर आने वाली बसों को शहर में रोकने के लिए एंट्री पॉइंट्स पर 5 अस्थायी बस स्टैंड बनाए हैं। इन बस स्टैंड पर आने वाले अभ्यर्थियों को जयपुर के अलग-अलग सेंटर्स तक पहुंचाने के लिए प्रशासन ने 1048 लोकल बसों, 250 लो फ्लोर बस और 230 ग्रामीण सेवा की बसों की व्यवस्था की है।
रीट परीक्षा को सफल बनाने के लिए मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने प्रदेश के डिविजनल कमिश्नर और कलेक्टर की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक ली। मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टर और एसपी को रीट परीक्षा की पूरी जिम्मेदारी दी है। मुख्य सचिव ने उन्हें वक्त पर सभी तैयारियां पुख्ता करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कलेक्टर और एसपी से कहा कि परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के उनके जिलों में परीक्षा केन्द्रों पर आने और वापस जाने तक का पूरा ड्राफ्ट बनाकर तैयारी रखें। परीक्षार्थियों के आने-जाने, ठहरने और खाने की व्यवस्था करें। परिवहन विभाग, रोडवेज और रेलवे आपसी कॉर्डिनेशन से काम करते हुए मैनेजमेंट करें। परीक्षा केन्द्रों पर मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनेटाइजर के बंदोबस्त रखते हुए कोविड प्रोटोकॉल के मुताबिक व्यवहार हो।
पेपर लीक की आशंका से एसओजी हुई अलर्ट गृह विभाग के प्रमुख शासन सचिव अभय कै कुमार ने बताया कि पेपर लीक जैसी आशंका को रोकने के लिए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप अलर्ट मोड पर है। उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षकों को विशेष तौर पर सतर्क रहने के निर्देश देते हुए कहा कि इस तरह की कोई अफवाह हो, तो उसे तुरंत रोकें। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि रीट परीक्षा को शांतिपूर्ण करवाने के लिए हर स्तर पर पुख्ता बंदोबस्त किया गया है।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26