
गोल्डी बराड़ के नाम पर फिरौती मांगते तीन गिरफ्तार आरजू बिश्नोई के लिए कर रहे थे काम






श्रीगंगानगर। कॉलोनाइजर से फिरौती मांगने वाले तीन लोगों को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। तीनों ने व्हाट्सएप कॉल के जरिए कॉलोनाइजर से दस लाख की फिरौती मांगी थी। नहीं देने पर परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। इस पर कॉलोनाइजर ने जवाहर नगर थाने में मामला दर्ज करवाया। सीओ सिटी अरविंद बेरड़ की देखरेख में शनिवार को तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
ये है मामला
शहर के तिलक नगर के रहने वाले व्यापारी और कॉलोनाइजर कैलाश अग्रवाल पुत्र महावीर प्रसाद ने शनिवार को जवाहर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसमें अग्रवाल ने बताया कि सात सितम्बर को रात साढ़े नौ बजे उसके मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आया। इसमें कॉल करने वाले ने खुद को गोल्डी बराड़ का आदमी बताते हुए दस लाख रुपए फिरौती की मांग की। नहीं देने पर परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद इस नंबर से बार-बार कॉल और मैसेज कर फिरौती की मांग की जा रही थी तथा नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
टीम बनाकर जाल में फंसाया
पुलिस ने सीओ सिटी अरविंद बेरड़ की देखरेख में जवाहर नगर थाना इंचार्ज नरेश निर्वाण, सदर थाना इंचार्ज कुलदीप चारण, एसआई पवन कुमार, डीएसटी इंचार्ज कश्यप सिंह, एएसआई सुरेंद्र ज्याणी सहित कुछ लोगों को शामिल करते हुए टीम बनाई। व्यापारी अग्रवाल के जरिए कॉल करने वालों से संपर्क साधा। आरोपियों के व्यापारी की बातों में आते ही उन्हें धर दबोचा। पुलिस ने उनसे वारदात के लिए उपयोग किया मोबाइल भी बरामद कर लिया है।
इनको किया गिरफ्तार
इस मामले में आरोपी हरियाणा की डबवाली तहसील के अबूबशहर निवासी अक्षय कुमार (25) पुत्र राजेंद्र कुमार, श्रीगंगानगर की इंदिरा कॉलोनी गली नंबर तेरह का रहने वाला तरुण कुमार (22) पुत्र बलवीर तथा श्रीगंगानगर के चूनावढ़ थाना क्षेत्र के गांव छह जी फस्र्ट निवासी हंसराज (40) पुत्र नेताराम को गिरफ्तार किया। उनके पास से फिरौती की डिमांड के लिए उपयोग किया मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है। आरोपियों ने माना कि वे पंजाब के अबोहर इलाके के राजावाली निवासी आरजू बिश्नोई के साथ मिलकर उसके दिए डायरेक्शन के अनुसार गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का नाम उपयोग करके शहर के व्यापारियों को व्हाट्सएप से वर्चुअल नंबर से कॉल करके फिरौती की मांग करते थे। आरजू बिश्नोई पहले भी श्रीगंगानगर के टांटिया हॉस्पिटल पर फायरिंग मामले में वांटेड है। उसने फायरिंग की यह वारदात इसी साल 19 जनवरी को की थी। पुलिस इनसे अन्य मामलों के बारे में भी पूछताछ कर रही है।


