
इस बार मानसून में बारिश कम होने की संभावना, जून में भीषण गर्मी सताएगी






खुलासा न्यूज। राजस्थान में इस बार मानसून में सामान्य से कम बारिश हो सकती है। ऐसे संकेत मौसम केन्द्र नई दिल्ली की ओर से शुक्रवार को जारी पूर्वानुमान से मिल रहे हैं। उसमें भारत के उत्तर-पश्चिम और पश्चिम मध्य हिस्सों में जून से सितम्बर तक सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान जताया है। इसके साथ ही जून में इस बार सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने की भी आशंका जताई है। मार्च से मई तक औसत तापमान सामान्य या उससे नीचे रहा है। मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान में मानसून सीजन में औसतन 415 MM बारिश होती है। पिछले साल जब मौसम विभाग ने रिव्यू किया तो बारिश का औसत बढ़कर 436 MM हो गया यानी पूरे राज्य में चार माह (जून से सितम्बर तक) में औसतन 436 MM बारिश होती है। इस बार औसत से करीब 4 फीसदी कम बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की ये चेतावनी इस बार किसानों के लिए भी परेशानी बन सकती है। प्री-मानसून बारिश का दौर जून से शुरू होता है और करीब 40 MM तक बारिश होती है। लेकिन, इस बार प्री-मानसून में भी बारिश कम होने का अनुमान है। प्री-मानसून बारिश खरीफ की बुवाई के लिए अनुकूल रहती है।
जून में कुछ शहरों में 46 डिग्री से ज्यादा रह सकता है तापमान
मई की स्थिति देखें तो बाड़मेर, चूरू, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर जैसे सबसे गर्म इलाकों में भी इस सीजन पारा 46 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं गया। जयपुर, सीकर, अजमेर, अलवर में भी पारा 44 डिग्री सेल्सियस तक नहीं पहुंचा। वहीं, इस बार जून में तेज गर्मी पड़ने की संभावना जताई जा रही है। कुछ शहरों में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर जा सकता है।
थंडरस्टॉर्म गतिविधियां नहीं होने से जून में तेज गर्मी पड़ेगी
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक मार्च से मई के दौरान जितने वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और वेदर सिस्टम बने हैं। उससे लगातार हर सप्ताह राज्य में कहीं न कहीं बारिश, बादल या आंधी का दौर चला है। जून में इस तरह के वेदर सिस्टम कम ही बनने की संभावना है। वेदर सिस्टम कम बनने के कारण थंडरस्टॉर्म गतिविधियां नहीं होंगी। इससे गर्मी तेज होगी। इसलिए इस बार जून में अधिकांश समय तापमान सामान्य या उससे ज्यादा रहने की संभावना जताई जा रही है।


