शिक्षकों के तबादलों को लेकर आई ये खबर,उठने लगे विरोध के स्वर - Khulasa Online

शिक्षकों के तबादलों को लेकर आई ये खबर,उठने लगे विरोध के स्वर

जयपुर। माध्यमिक शिक्षा में काम कर रहे तकरीबन 2200 से अधिक शिक्षकों को सरकार ने प्रारंभिक शिक्षा में भेजने की तैयारी शुरू की है। सरकार के इस निर्णय से ना केवल शिक्षक बल्कि बेरोजगार भी परेशान हैं। शिक्षक संगठनों ने भी इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि शिक्षकों को प्रारंभिक शिक्षा में वापस भेजने के बाद ग्रामीण इलाकों में पोस्टिंग दी जाएगी। वहीं बेरोजगारों के लिए इससे प्रारंभिक शिक्षा में पद खाली नहीं रहेंगे। इसका सीधा असर आने वाली शिक्षक भर्ती पर पड़ेगा।
दरअसल वर्ष 2018 में हुई तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में लेवल.2 के अंग्रेजी और विज्ञान.गणित के कई शिक्षकों को उस समय माध्यमिक शिक्षा में पोस्टिंग दे दी गई थी। इसके दो कारण थे। एक तो प्रारंभिक शिक्षा में पर्याप्त पद खाली नहीं थे। दूसरा चुनाव नजदीक थे। इनकी पहली पोस्टिंग प्रारंभिक शिक्षा के अधीन होनी होती थी। अब इन शिक्षकों को वापस प्रारंभिक शिक्षा में भेजा जाएगा। विभाग ने इसकी कवायद शुरू कर दी है।
पहले होगी 6 डी की कार्रवाईं
विभाग की ओर से जारी किए गए आदेशों के मुताबिक शिक्षा विभाग पदों को रिक्त करने के लिए 6 डी की कार्रवाई करेगा। इसके तहत तीन साल से अधिक समय से प्रारंभिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में भेजा जाएगा। इसके बाद रिक्त होने वाले विद्यालयों की सूचियां तैयार कर 2018 में पदस्थापित किए गए अंग्रेजी, गणित और विज्ञान विषय के शिक्षकों को काउंसलिंग के माध्यम से नए स्कूलों में भेजा जाएगा। यह सारा काम 20 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा।
विभाग ने जारी की है गाइडलाइन
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इसकी पूरी गाइडलाइन जारी की है। निदेशक सौरभ स्वामी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि माध्यमिक से प्रारंभिक शिक्षा में समायोजन पूरी तरह से मेरिट के आधार पर होगा। अगर किसी जिले में मेरिट तोड़कर समायोजन किया गया तो जिला डीईओ प्रारंभिक मुख्यालय के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इन विषयों के शिक्षकों पर गिरेगी गाज
आपको बता दें कि शिक्षक भर्ती 2018 के दौरान प्रारंभिक शिक्षा विभाग के तहत राजकीय विद्यालयों में तृतीय श्रेणी लेवल द्वितीय में अंग्रेजी, गणित और विज्ञान के काफी कम पद रिक्त थे। ऐसे में सरकार ने इन विषयों के नवचयनित शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा विभाग के तहत स्कूलों में नियुक्तियां दे दी। अब शाला दर्पण पोर्टल के अनुसार वर्तमान में प्रारंभिक शिक्षा विभाग के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में इन विषयों को काफी पद रिक्त है। ऐसे में विभाग ने इन शिक्षकों को वापस मांगा है।
प्रारंभिक शिक्षा में घटेगी खाली पदों की संख्या
शिक्षक संगठनों का कहना है कि सरकार आने वाले दिनों में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 31 हजार पदों पर भर्ती की तैयारी में है, लेकिन 2 हजार से अधिक शिक्षक जब माध्यमिक से प्रारंभिक शिक्षा में आ जाएंगे तो प्रारंभिक शिक्षा में खाली पदों की संख्या घट जाएगी। इससे भर्ती में भी पद कम हो सकते हैं। सरकार को इससे निजात पाने के लिए या तो 6डी की प्रक्रिया तुरंत करके शिक्षकों का सेटअप परिवर्तन कर देना चाहिए। या फिर जो माध्यमिक शिक्षा में हैं उन्हें वहीं रखकर 6 डी का लाभ दे दिया जाए।
इनका कहना है,
शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा में ही रखना चाहिए। इसके लिए जल्दी ही 6 डी करके सेटअप परिवर्तन का रास्ता अपनाया जा सकता है। प्रारंभिक शिक्षा में भेजने पर आने वाली शिक्षक भर्ती पर इसका असर पडऩा तय है। विपिन प्रकाश शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष,राजस्थान प्राथमिक ए‌वं माध्यमिक शिक्षक संघ

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