ये कैसा तुगलगी फरमान,त्यौहारी सीजन पर दोहरी मार

ये कैसा तुगलगी फरमान,त्यौहारी सीजन पर दोहरी मार

  • खुलासा न्यूज,बीकानेर। पिछले सात महीनों से आर्थिक मार झेल रहे व्यापारियों में जिला कलक्टर नमित मेहता के आदेशों को लेकर रोष नजर आ रहा है। हालांकि व्यापारिक संगठन खुलकर इसका विरोध नहीं कर रहा है। लेकिन दबे स्वरों में जिला कलक्टर के तुगलगी फरमान को लेकर आक्रोश है। अपना नाम न छापने की शर्ते पर एक व्यापारी ने कहा कि राजनीतिक व सरकारी कार्यक्रम में एक स्थान पर पांच से ज्यादा लोग इक्कठा हो तो जिला प्रशासन को कोई परेशानी नहीं और दुकान पर पांच से अधिक ग्राहक आने पर दुकान सीज के आदेश निकालना कहा तक उचित है। इस व्यापारी ने कहा कि वैसे ही व्यापारी आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहे है। अब जब त्यौहार पर आर्थिक संबलता की उम्मीद बंधी है। ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से ऐसा फरमान जारी करना। व्यापारियों की कमर तोडऩे के समान है। इस आदेशों की आड़ में अवैध वसूली का धंधा शुरू हो गया है।
    सरकारी एडवाजरी की पालना में बने है सहयोगी
    एक अन्य व्यापारी ने कहा कि व्यवासायी सरकार की ओर से जारी एडवाजरी की अनुपालना आने वाले ग्राहकों को करवा रहे है। बिना मास्क ग्राहकों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। वहीं सैनेटराइज करवानी की व्यवस्था भी दुकानों में की गई है। सोशल डिस्टेन्सिग के लिये भी ग्राहकों को बार बार निर्देशित किया जा रहा है। फिर भी पांच ग्राहकों के फंडे वाले आदेश से ग्राहकी पर असर पड़ रहा है।
    सरकारी-राजनीतिक कार्यक्रमों में इन आदेशों की सख्ताई नहीं
    एक स्वर्ण व्यापारी ने तो बड़े ही कड़े शब्दों ने कहा कि सरकारी स्तर पर चाहे मंत्री का आयोजन हो या अधिकारियों का जागरूकता कार्यक्रम। इन आयोजनों में पांच से पचास व्यक्तियों के जमा होने के आदेश हवा होते नजर आते है। ऐसा लगता है कि जैसे नियम कायदे महज जनता-व्यापारियों को ही परेशान करने के लिये है।
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