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इस कांस्टेबल की सब जगहों पर हो रही वाही-वाही, झोपड़े को बना दिया

लूणकरणसर। पुलिस थाना लूणकरणसर की महिला कांस्टेबल यशोदा सिद्ध ने ड्यूटी के साथ ही सामाजिक सरोकार की दिशा में एक भामाशाह प्रेरक का काम किया है। उन्होंने खोखराना ग्राम पंचायत के कंकरालिया गांव में दस बच्चों के परिवार को टूटे हुए झोपड़े से निकालकर दो पक्के कमरों के मकान में बसा दिया है। यह सब किया, उसने अपनी इच्छाशक्ति और दानदाताओं के सहयोग से।
कांस्टेबल यशोदा बताती है कि वे अपने बीट क्षेत्र में घूमते हुए कंकरालिया गांव पहुंची। वहां पर उन्होंने ओमाराम नायक का टूटा हुआ झोपड़ा देखा। पूरे गांव में सबसे खराब हालात इसी झोपड़े के थे। ग्रामीणों से जानकारी ली तो पता चला कि ओमाराम के 9 लड़किया व एक लड़का है। पत्नी मानसिक रूप से बीमार है, वह मजदूरी करता है। मकान की मरम्मत तो दूर वह सभी का पेट भरने लायक मजदूरी भी नहीं कर पाता।
यशोदा बताती है कि यह सुनकर उसके मन में इस परिवार की पीड़ा कम करने की इच्छा हुआ। भामाशाहों से संपर्क साधा। बीकानेर के डॉ. अजय गुप्ता,खोखराना के प्रभु गोदारा,राजूराम जाट सुरनाणा, जयपुर के इमीलाल सुथार के आर्थिक सहयोग से एक लाख्र रुपए एकत्रित हो गए। पूरे गांव ने भी इस कार्य में सहयोग किया।
बस, शुरू कर दिया उसके झोपड़े के स्थान पर पक्का मकान बनाने का काम। बुधवार को दो कमरे बनाकर उसकी चाबी ओमाराम व उसके परिवार को सौंप दी।
14 हजार रुपए से बनेगा शौचालय
दो कमरों के साथ ही वहां शौचालय बनाने के लिए बुधवार को ओमराम को 14 हजार रुपए नकद दिए गए। इससे उसके घर में पक्का शौचालय भी बनेगा। इसके साथ ही ग्रामीणों ने भी अपनी-अपनी मर्जी से दैनिक जरूरत का सामान व राशन भी इस परिवार को देकर इनकी सहायता की।

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