
विकास के नाम पर शहर की यह कॉलोनी खून के आंसू रो रही है







बीकानेर, । मुरलीधर व्यास नगर कॉलोनी विकास को तरस रही है। इस कॉलोनी में 2 वार्ड आते हैं जिनकी कोई सुध नहीं ली जा रही है दयह कॉलोनी जहां एक तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग संया 15 पर स्थित है दूसरी ओर शहर के अंदरूनी क्षेत्र से आने वाली सडक़ों से कनेट है वहीं तीसरी और यह करमीसर,सुजानदेसर, श्रीराम सर की ओर जाने वाली सडक़ से भी कनेट है, इसी सडक़ से शहर के अंदरूनी क्षेत्र में भी जिसमें अनेक मंदिर, बगीचियाँ,स्कूल और कॉलेज है। इन सभी सडक़ों से हजारों की संया में लोग आवाजाही करते हैं वही कॉलोनी के अंदर रहने वाले निवासी गण कॉलोनी के अंदर एक 1-2 फुट गहरी गड्ढों वाली सडक़ से आना-जाना करते हैं। कॉलोनी में बिजली के पोल तो है लेकिन बिजली के बल्ब नहीं है अभी इन दिनों बारिश आने से कॉलोनी के प्रत्येक हिस्से में 1 से 2 फुट गए गड्ढों में पानी भरा पड़ा है,जिसमे भी करंट लगने का अंदेशा रहता है। राजमार्ग पर शनिवार की रात को भी बिजली के पोल में करंट के साथ ही पोल का निचला हिस्सा लालहो गया करंट लगने से पशुओं को भी हानि हुई, स्थानीय लोगों के ध्यान में आने पर समिति के जागरूक पदाधिकारी पहुंच गए और हादसा होता टल गया। कॉलोनी के नालों की सफाई तो होती ही नहीं नाले सड़ांध मार रहे हैं खाली प्लाटों में कीकर और झाड़ झंकार से मौसमी बीमारी फैल रही है कॉलोनी के पार्क स्थानीय निवासी या कुछ जागरूक लोगों द्वारा अभी तक अस्तित्व में है लेकिन नगर विकास न्यास द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कॉलोनी में 2 वार्ड है दोनों में ही भाजपा के पार्षद है और नगर निगम में भी भाजपा का बोर्ड होने के बावजूद यह कॉलोनी निरंतर उपेक्षा का शिकार होती जा रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग संया 15 से करमीसर की ओर जाने वाली राज्य मार्ग को भी अधूरा छोड़ दिए या है जिससे जगह-जगह पानी इक_ा हो रहा है और गंदगी फैली हुई है नागरिकों कहना है कि इस बार चुनाव में जो भी प्रत्याशी वोट मांगने आएंगे उन्हें काले झंडे दिखाकर स्वागत किया जाएगा चाहे भाजपा का हो या कांग्रेस का योंकि इस कॉलोनी की सुध लेने वाला कोई नहीं है। ज्ञातव्य रहे कि यह कॉलोनी बीकानेर में सबसे ज्यादा राजस्व सरकार को देती है अभी तक अनेक प्लॉट खाली पड़े हैं जिन की नीलामी होनी है लेकिन अव्यवस्था होने के कारण अब लोगों ने कॉलोनी में आने का मन हटा लिया है और निजी कॉलोनी की ओर रुख कर रहे हैं।


