
रमजान के मसाईल पर प्रकाशित इस किताब में मिलती है सीख





मुफ्ती सद्दाम हुसैन कासमी की किताब को पढ़े घर बैठे,खोले नीचे दिये पीडीएफ लिंक को
बीकानेर। रमजान का महीना खूब बरकतों वाला महीना है। यह महीना हमें जिंदगी गुजारने का तरीका़ बताता है। जिस तरह हम रमजान में गलत बातों से अपनी जुबान को रोकते है और शरीर के दूसरे अंगो को गलत कामों से बचाए रखते है। इसी तरह हमें पूरी जिंदगी गुजारनी चाहिए। यह एक ऐसा महीना है जो बारह महीनों में एक बार आकर ग्यारह महीने इसी अंदाज़ से रहने के तरीके बताता है। इसलिए हर बन्दे को इस महीने की कद्र करनी चाहिए। मुफ्ती सद्दाम हुसैन क़ासमी ने यह किताब लिखकर लोगों के फायदे के लिए प्रकाशित की है। इसमें रमजान में आमतौर पर सामने आने वाले मसाईल को अच्छे अंदाज़ में लिखा गया है। लोगो को चाहिए कि लाकड़ाउन के चलते अपने कीमती समय को बेकार न बर्बाद करे। बल्कि अच्छी किताबें पढ़कर सही इल्म हासिल करे।रमजान के महीने में पूरी इंसानियत की इस महामारी से निजात के लिए दुआ करें। ध्यान रहे इससे पहले इस्लाहे मुआशरा कमेटी की तरफ से मुफ्ती सद्दाम हुसैन क़ासमी ने रमजान में नमाजों के सिलेसिले मे एक पैगाम जारी कर दिया है।
https://drive.google.com/file/d/15YWuSyuuSVko_kTM8_TBQ07hLRU9G4bC/view?usp=drivesdk

