
बीकानेर में इस जगह तैयार हो रहे ओवर ब्रिज को लेकर आई ये बड़ी खबर





बीकानेर में इस जगह तैयार हो रहे ओवर ब्रिज को लेकर आई ये बड़ी खबर
बीकानेर। लालगढ़ रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज आखिरकार अपने आठवें साल में पूरा होने के कगार पर पहुंच गया है। करीब 37 करोड़ का जो नया टेंडर किया गया था उससे अब गर्डर की लॉचिंग शुरू हो गई है। अनुमान के मुताबिक दिसंबर महीने में ये पूरा हो जाएगा। इसके पूरा होने से ना सिर्फ शहर की कई प्रमुख कॉलोनियों का आवागमन आसान हो जाएगा बल्कि लूणकरणसर से पूगल, खाजूवाला की ओर जाने वालों को शहर के भीतर से नहीं गुजरना होगा। दरअसल लालगढ़ रेलवे क्रॉसिंग बंद होने पर लंबा जाम लगता था। इसीलिए 2017 में ये आरओबी मंजूर किया गया था मगर इसके निर्माण में तमाम रोड़े अटके और अटकाए गए। रामपुरा, मुक्ताप्रसाद समेत तमाम कॉलोनियों का संबंध इसी आरओबी से है। अधिकांश कृषि जिंसों की आवक-जावक भी इसी रूट से होती है। घनी आबादी और पास ही औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण जरूरत को देखते हुए पिछली भाजपा सरकार ने 2017 में ओवर ब्रिज निर्माण की घोषणा की थी।
इसके लिए 82 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे। आरएसआरडीसी को निर्माण एजेंसी बनाया गया। 2019 में बाहर की फर्म को 55 करोड़ का वर्क ऑर्डर जारी किया गया। शुरू होने के कुछ ही दिन बाद कोरोना के कारण काम रुक गया। दो साल काम बंद रहा। कोरोना खत्म हुआ तो रेलवे से परमिशन समय पर नहीं मिल सकी। इस दौरान देश भर में बिल्डिंग मेटेरियल महंगा हो गया। फर्म का भुगतान भी रुक गया। ऐसे हालात में फर्म ने हाथ खींच लिए। आरएसआरडीसी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने नया टेंडर करने के लिए 30 करोड़ रुपए के प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजे थे, जिन्हें मंजूरी मिल गई है । आरएसआरडीसी ने नया टेंडर जारी करने की तैयारी शुरू की काम शुरू हुआ भी मगर फिर एक निजी जमीन को लेकर मामला न्यायालय में पहुंच गया। लंबी प्रक्रिया के बाद जब वो सुलझा तब जाकर नए सिरे से 37 करोड़ के टेंडर हुए और अब काम अंतिम चरण में हैं। अब तक रेलवे के हिस्से का जो काम बाकी थी अब उस पर गर्डर लॉच होने लगे हैं। आरओबी के दो भाग आधे से ज्यादा बन चुके हैं। रेलवे के हिस्से काम बाकी पड़ा था जिस पर अब तेजी से काम होने लगा। 2020 में पूरा होना था मगर 2025 के अंत में ये जनता के काम आएगा।

