
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से पाठ्यक्रम को लेकर आई यह बड़ी खबर





अजमेर। अजमेर कोरोना संक्रमण और शैक्षिक सत्र में विलंब के चलते राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सिलेबस कम करने की तैयारी में है। बोर्ड दसवीं और बारहवीं का 40 प्रतिशत सिलेबस कम करेगा। उच्च स्तरीय कमेटी की जयपुर के शिक्षा संकुल में शीघ्र बैठक होगी। कमेटी की सिफारिश और सरकार की मंजूरी के बाद बोर्ड आदेश जारी करेगा।
देश में कोरोना संक्रमण और शैक्षिक सत्र में विलंब के चलते मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सीबीएसई सहित देश के सभी शिक्षा बोर्ड को सिलेबस और किताबों कम करने की सिफारिश की है। सीबीएसई ने सत्र 2020-21 के सिलेबस में 30 प्रतिशत कटौती करने का फैसला किया है। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी इस कवायद में जुटा है।
जल्द होगी कमेटी की बैठक सिलेबस कम करने को लेकर बोर्ड अध्यक्ष प्रो. डी. पी. जारोली ने राज्य सरकार से बातचीत की है। इसके लिए शिक्षाविदों की कमेटी भी बनाई गई है। कोरोना संक्रमण के चलते शिक्षाविदों और कमेटी सदस्यों का अजमेर आना मुश्किल है। लिहाजा जयपुर के राधाकृष्णनन शिक्षा संकुल में बैठक के प्रयास जारी हैं।
40 प्रतिशत तक कटौती की योजना सीबीएसई ने 30 प्रतिशत सिलेबस कम करने का फैसला किया है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 40 प्रतिशत कोर्स कम करने की योजना है। इसके पीछे सत्र में विलंब सबसे अहम वजह है। सत्र 2020-21 में ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है। सितंबर में स्कूल खुलेंगे या नहीं फिलहाल तय नहीं है। विद्यार्थियों की पढ़ाई तीन महीने से ज्यादा प्रभावित हो चुकी है।
कौन से पाठ हटेंगे, कमेटी करेगी तय सीबीएसई ने 11 वीं कक्षा की राजनीति विज्ञान किताब से नागरिकता, धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रीयता के पाठ हटाए थे। इसको लेकर देश में काफी विरोध भी हुआ। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने की बात कह चुका है। ऐसे में दसवीं-बारहवीं की किताबों में एनसीईआरटी से मिलते-जुलते पाठ हटाए जा सकते हैं। लेकिन इसका फैसला कमेटी करेगी।
सिलेबस कम करना प्रस्तावित है। सत्र में विलंब के चलते हमारी 40 प्रतिशत सिलेबस कम करने की योजना है। कमेटी की बैठक के बाद सरकार के जैसे निर्देश होंगे उसकी पालना करेंगे
प्रो. डी. पी. जारोली, अध्यक्ष राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड


