थर्ड वेव : एक्सपर्ट डॉ. सुरेन्द्र वर्मा की सलाह, घातक नहीं है यह कोरोना, फिर भी गलती ना करें - Khulasa Online थर्ड वेव : एक्सपर्ट डॉ. सुरेन्द्र वर्मा की सलाह, घातक नहीं है यह कोरोना, फिर भी गलती ना करें - Khulasa Online

थर्ड वेव : एक्सपर्ट डॉ. सुरेन्द्र वर्मा की सलाह, घातक नहीं है यह कोरोना, फिर भी गलती ना करें

लग्स तक नहीं पहुंच रहा वायरस, फिर भी लापरवाही नहीं करे आमजन

तीसरी लहर में कमजोर पड़ रहा कोरोना वायरस

– डरने की जरूरत नहीं लेकिन सावधानी जरूरी
खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर में हर छठा टेस्ट ही पॉजिटिव आ रहा है। राजस्थान में सबसे तेज कोविड संक्रमण बीकानेर में हो रहा है। बीकानेर में 2529 कोविड एक्टिव केस हैं। पीबीएम कोविड केयर सेंटर और प्राइवेट अस्पतालों के आंकड़ों की खुलासा न्यूज ने पड़ताल की तो पता चला कि कोविड केयर सेंटर में कोई भर्ती नहीं है और हॉस्पीटल में 18 मरीज भर्ती है। अच्छी खबर ये है कि बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में कोरोना एक्टिव केस के मुकाबले भर्ती मरीजों की संख्या महज डेढ़ से दो परसेंट है। थर्ड वेव में बीकानेर में बढ़ रहे केसों से जिले वासियों में काफी तनाव देखा जा रहा है। इस मुश्किल वक्त में अनुभवी पीबीएम के सीनियर डॉक्टर सुरेन्द्र वर्मा ने कोरोना से जुड़ी चर्चा में जरूरी सुझाव दिए है। डॉ. वर्मा का कहना है कि अभी तक कोरोना जो चल रहा है उससे यह प्रतित होता है कि ये इतना स्ट्रॉग नहीं है, जितना कि दूसरी लहर में देखा गया था। अभी 30 मरीज भर्ती है जिनमें से 5 मरीजों को ऑक्सीजन देनी पड़ रही है। बाकि नॉर्मल है। यह कोरोना केवल उन्हीं लोगों के लिए घातक जिन्होंने अभी तक वैक्सीनेश नहीं कराया है या फिर गंभीर बीमारी से ग्रस्ति है। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर में कोरोना का प्रभाव अभी तक कम मात्रा में मिला है। मरीज तीन या चार दिन के ठीक महसुस करने लग जाता है । साथ ही उन्होंने कहा है कि इस संक्रमण से घबराएं नहीं। क्योंकि आप आसानी से कोरोना को मात दे सकते हैं। उन्होंने अपील कि ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन कराएं, जिनको वैक्सीन लगी है वह कोरोना को मात दे रहे है। अच्छी बात यह कि यह कोरोना घातक नहीं है, लग्स तक नहीं वायरस नहीं पहुंच पा रहा है। फिर भी आमजन लापरवाही नहीं करें।

उपचार 
कोरोना संक्रमण का कोई विशिष्ट उपचार नहीं है. केवल, लक्षणों से राहत के लिए उपचार की आवश्यकता है.जिसमें बुखार/शरीर में दर्द/सिरदर्द के लिए आप  दिन में तीन पैरासिटामोल ले सकते हैं. वहीं गले में खराश के लिए गुनगुने पानी से गार्गल करें. इसके अलावा गले में जलन, छींक या नाक बहने के उपचार के लिए सेटीरिज़िन  एक दिन में एक बार लें.

ध्यान दें:
विशेष: घर पर इलाज ले रहे कोरोना पॉजीटिव मरीज तरल पदार्थ का ज्यादा सेवन करें जैसे- गरम गरम सूफ, नारियल पानी और गर्म पानी ।

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