
इन्होंने दिया महिलाओं से पर्स-मोबाइल की वारदात को अंजाम





खुलासा न्यूज,बीकानेर। शहर के अलग अलग थाना इलाकों में महिलाओं से पर्स व मोबाइल छिनने की वारदातों में पुलिस ने दो जनों को गिरफ्तार किया। इस मामले में रविवार को पुलिस ने ख्वाजा कॉलोनी निवासी 19 वर्षीय भीयाराम नायक पुत्र कालूराम नायक तथा 22 वर्षीय देवीसिंह पुत्र मनोहर सिंह राजपूत को दबोच कर उससे मोबाइल,पर्स और मोटरसाइकिल बरामद की है। इसमें भींयाराम के खिलाफ नयाशहर थाने में दो मामले पहले से ही दर्ज है। जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आईपीएस शैलेन्द्र इन्दोलिया के सुपरविजन में सुभाष शर्मा वृत्ताधिकारी के नेतृत्व में सत्यनारायण गोदारा थानाधिकारी सदर, नवनीत कुमार थानाधिकारी कोतवाली, महेन्द्र कुमर उनि प्रभारी मुक्ता प्रसाद पुलिस चौकी, सहित पुलिस टीम ने अलग अलग टीमों का गठन किया जाकर सीसीटीवी कैमरों तथ फिल्ड की सूचना पर पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्त में लिया।
ये है वारदात
इनके साथ हुई पर्स छिनने की घटना
14 मार्च को श्रीमती मुदीता पोपली पत्नी जितेन्द्र खत्री प्रिसपल नाल बीएड कॉलेज अपने जानकारों के साथ ब्रहम्कुमार बगीची के पीछे एक निजी कार्यक्रम में शामिल होकर जब टैक्सी में सवार होकर वापस घर जा रही थी तो दो पीर दाउजी रोड़ के पास पहुंचने पर बाइक पर आये अज्ञात युवकों ने टैक्सी के पास बाइक को तेजी से निकालते हुए महिला का पर्स छीन कर भाग गया।
वही दूसरी घटना 15 मार्च को सुनील हर्ष पुत्र आशाराम निवासी एमडीवी अपने पत्नी के साथ शादी के कार्यक्रम में शामिल होकर घर जा रहे थे तभी रात 11 बजे गोकूल सार्किल के पास दो अज्ञात युवक बाइक पर आये और महिला के हाथ से पर्स छिनकर भाग गये। वहीं तीसरी घटना 16 मार्च कोश्रीमती सुनिता वर्मा पत्नी सुदर्शन वर्मा जयपुर से रवाना होकर रात करीब 11 बजे बीकानेर पहुंचकर अपने पति के साथ बाइक पर घर जा रही थी तभी डिप्सपेंसरी 4 के पास पहुंचने पर एक बाइक पर दो अज्ञात युवक तेज गति से बाइक को चलाते हुए महिला के हाथ से पर्स छिनकर भाग गये इस दौरान पति पत्नी गाड़ी से गिरने से उनको चोटे भी आई। पुलिस ने सभी मामलों में जांच करते हुए रविवार को दो जने को पकड़ा है।
शौक पूरे करने के लिए देते थे घटनाओं को अंजाम
पकड़े गये आरोपियों ने बताया कि वह अपने मंहगे शौक को पूरे करने के लिए इन वारदातों को अंजाम देते थे। आरोपियों ने बताया कि बाइक पर रात्रि के समय महिलाओं का पीछा कर उनकी रैकी कर जैसे महिला की बाईक या टैक्सी की गति धीमी होती तो अपनी बाईक को महिला सवार साधन के पास ले जाकर झटके से बैग छीन कर भाग जाते थे। बाद मे सूनसान जगहों पर जाकर रुकते वहां पर पर्स को चैक करते थे व दिन के समय घरों में रहते थे और रात्रि के समय बिना नंबरों की मोटरसाइकिलों का उपयोग कर वारदातों को अंजाम देते थे।
इस टीम का रहा सहयोग
वारदात का खुलासा करने में रामकरण सिंह सउनि, कानदान सादू,महावीर सिंह, दीपक यादव, अब्दुल सत्तार, वासूदवे, लखविन्द्र सिंह, योगेन्द्र सिंह, दलीप सिंह, सवाई सिंह, विनोद भाभू, पुमनचंद, तथा कोतवाली से शब्दल अली कॉस्टेबल, रामनिवासी बीछवाल से व हंसराज का योगदान रहा।


