
मांस, फल, सब्जियों की पूरी ताकत खत्म कर देंगी ये 7 गलतियां, अभी करें बंद





खाना बनाते वक्त अक्सर लोग ऐसी कई गलतियां करते हैं जिससे उसकी न्यूट्रिशन वेल्यू कम होती है. ये गलतियां करने के बाद आपके पौष्टिक आहार की न्यूट्रिशन वेल्यू उतनी नहीं रह जाती, जितना आप समझते हैं. आइए न्यूट्रिशन वीक में आज आपको बताते हैं कि खाना बनाते वक्त आपको कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए.
सेंकना या भूनना- मांस में एडवांस्ड ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स (AGEs) नाम के नैचुरल कम्पाउंड होते हैं. मांस को जब ज्यादा तापमान पर पकाया जाता है तो ये कम्पाउंड भी प्रोड्यूस होता है. बॉडी में AGEs का लार्ज अमाउंट इन्फ्लेमेशन बढ़ने और इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बन सकता है. ये प्रीडायबिटीज और टाइप-2 डायबिटीज की दिक्कत भी बढ़ा सकता है. मांस को खट्टे रस, सिरका, टमाटर के रस और वाइन जैसे एसिड में मिलाने पर AGEs को कंट्रोल किया जा सकता है.
नैचुरल ऑलिव ऑयल- प्राकृतिक ऑलिव ऑयल में मौजूद ओमेगा-3, ओमेगा-6 जैसे हेल्दी फैट्स हमारी ब्रेन हेल्थ को प्रोमोट करते हैं और फैट में घुलनशील विटामिन-A, D , E और K को सोखने में मदद करते हैं. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हम हर बार इसका इस्तेमाल करें.
प्रसिद्ध डायटीशियन केल्सी कॉन्रेो कहती हैं कि नैचुरल ऑलिव ऑयल के 320 डिग्री फैरनहाइट पर इस्तेमाल से बचना चाहिए. इस तापमान पर ये जलना और स्मोक करना शुरू कर देता है. इससे शरीर को फायदा पहुंचाने वाले पोषक तत्व मर जाते हैं और नुकसान पहुंचाने वाले इन्फ्लेमेटरी फ्री रेडिकल्स बढ़ जाते हैं.
मांस के बैक्टीरिया- मांस को कमरे के टेंपरेचर में खुला रखने से प्रोटीन में बैक्टीरिया पैदा होते हैं, जो खाने से होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ाते हैं.

