महंगे लोन से नहीं मिलेगी राहत, लगातार पांचवीं बार रिपो रेट 6.5 फीसदी पर बरकरार
नई दिल्ली अर्थशास्त्रियों की उम्मीद के अनुरूप भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने आज रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया। एमपीसी की तीन दिवसीय बैठक के बाद फैसले की घोषणा करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज कहा कि समिति ने सर्वसम्मति से रेपो दर को 6.5 फीसदी पर बनाए रखने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि एमपीसी सतर्क है और आवश्यक कार्रवाई करने के लिए तैयार है। एमपीसी की बैठक 6-8 दिसंबर को हुई थी।
महंगाई कम करने का प्रयास जारी- आरबीआई
गवर्नर दास ने घोषणा करते हुए कहा कि केंद्रीय बैंक खुदरा महंगाई को 4 फीसदी पर लाने का प्रयास लगातार कर रही है। विकट परिस्थिति में भी हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर रहे हैं। महंगाई को कम करने में परेशानी तो हो रही है लेकिन हमारे प्रयास जारी हैं।
शक्तिकांत दास द्वारा कही गई महत्वपूर्ण बातें
सरकार एमपीसी के सभी सदस्य रेपो रेट स्थिर रखने के पक्ष में है। जल्द ही यूपीआई पेमेंट के लिए ऑफलाइन सुविधा लाई जाएगी। देश की इकॉनमी का प्रदर्शन लगातार बेहतर बना हुआ है। लगभग 80 फीसदी सदस्य अकोमोडेटिव रुख वापस लेने के पक्ष में हैं। कोर इन्फ्लेशन में तो कमी आई है लेकिन खाद्य सामग्री की महंगाई अभी भी खतरा बना हुआ। ग्रामीण क्षेत्रों में मांग में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है।