
अगले 48 घंटे में होगी झमाझम बारिश, मौसम विभाग का अलर्ट







जयपुर। बंगाल की खाड़ी में बने नए सिस्टम के असर शुक्रवार से दिखने लगा है। सिस्टम के असर से धौलपुर और करौली जिले में अससुबह झमाझम बारिश हुई। वहीं कई जिलों में आसमान में बादल छाए रहे और पूर्वी ठंड़ी हवा चली। इससे लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली। वहीं मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को प्रदेश के 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
अगले 48 घंटे में यहां होगी झमाझम बारिश
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश के ऊपर वेलमार्क लो प्रेशर एरिया कमजोर होकर लो प्रेशर एरिया के रूप में बना हुआ है। आगामी 48 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, जयपुर, कोटा, उदयपुर संभाग के कुछ भागों में हल्के से मध्यम बारिश जबकि भरतपुर, कोटा व जयपुर संभाग के पूर्वी भागों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की सम्भावना। 6 अगस्त से राज्य में बारिश की गतिविधियों में कमी होने की सम्भावना है।
पश्चिमी राजस्थान की बात करें तो जोधपुर, बीकानेर सम्भाग में आगामी दो-तीन दिन हल्की बारिश होने तथा अपेक्षाकृत तेज सतही हवाएं 20-30 ्यद्वश्चद्ध चलने की संभावना है। 7 अगस्त से अधिकांश स्थानों पर मौसम मुख्यत: शुष्क रहने के आसार है।
नए सिस्टम के असर से दस जिलों में भारी बरसात का अलर्ट, यहां बांध के पांच गेट खोले
छलक उठा मामचारी बांध
करौली जिले में सुबह से ही तेज बारिश का दौर चला। जिले के सबसे बड़े पांचना बांध में पानी की आवक हो रही है। बांध का 257.30 मीटर गेज पहुंचा है। बांध क्षेत्र में सुबह तीन इंच बारिश हो चुकी है। वहीं अच्छी बारिश के चलते मामचारी बांध लबालब हो गया। 19 फीट भराव क्षमता वाला रुमामचारी बांध पर चादर चली रही है।
आज यहां जिलों में भारी बरसात अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अलवर, बारां, बूंदी, दौसा, जयपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, सवाईमाधोपुर और टोंक में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
डीप डिप्रेशन के चलते राजस्थान के इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
बीसलपुर बांध में पानी की आवक धीमी
बीसलपुर बांध में पानी की आवक धीमी गति से हो रही है। हालांकि त्रिवेणी नदी में अब भी पानी का बहाव तीन मीटर के करीब है। वहीं भीलवाड़ा और चित्तौड़ जिले में आगामी दिनों में बारिश का दौर सक्रिय होने पर बांध में भी पानी की बंपर आवक होने की उम्मीद है। सुबह बांध का जलस्तर 2 सेमी बढक़र 314 मीटर को छू गया है। मालूम हो बांध की कुल जलभराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है ऐसे में अब भी बांध ओवरफ्लो होने से डेढ़ मीटर दूर है।

