
दिव्यांग जनों की सेवा तुल्य कोई धर्म नहीं : मीणा





दिव्यांग जनों की सेवा तुल्य कोई धर्म नहीं : मीणा
बीकानेर| समाज कल्याण सप्ताह के तहत अंतिम दिवस को विशेष योग्यजन कल्याण दिवस के रूप में ग्रामीण उत्थान मानव संस्थान द्वारा संचालित अपना परिवार सेवा सदन, मानसिक विमंदित एवं पुनर्वास गृह में मनाया गया। इस मौके में मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा थे अध्यक्षता जुगल किशोर व्यास,अध्यक्ष बाल कल्याण समिति, विशिष्ट अतिथि भाजपा जिला उपाध्यक्ष अशोक बोबरवाल, रालोपा के जिलाध्यक्ष दाना राम घिंटालां, आदि थे सभी मंचसीन अतिथियों का तिलक लगाकर, माल्यार्पण कर अभिवादन कर स्वागत किया |
इस मौके पर मुख्य अतिथि विश्राम मीणा ने कहा कि दिव्यांग जनों की सेवा देव तुल्य कार्य है इससे बड़ा धर्म नहीं है यह प्रत्यक्ष साक्षात् नारायण का रूप है दिखाई देता अपना परिवार सेवा सदन की कार्य की प्रणाली की सहरानीय हैँ की शहर में काम करने वाले तो बहुत मिलेंगे लेकिन ग्रामीण क्षेत्र जिस तरह की सेवा कर रहे वह बहुत ही सराहनीय है उन्होंने सभी आवासीय बालकों को वस्त्र प्रदान किये गए |
कार्यक्रम में भाजपा उपाध्यक्ष अशोक बोबरवाल ने कहा विशेष योग्यजनों को अपनी दिव्यांगता को कमजोरी नही मानकर जीवन में आगे बढने हेतु प्रेरित किया|
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जुगल किशोर व्यास ने दिव्यांग बालकों को पूर्ण क्षमता के साथ अध्ययन करने एवं विभिन्न रूचिकर गतिविधियों में सहभागिता निभाकर क्रमिक उन्नति के लिये प्रोत्साहित किया। संस्था के अध्यक्ष रामेश्वर लाल विश्नोई ने मानसिक विमंदित एवं पुनर्वास केंद्र बालकों को विशेष योग्यजन के लिए संचालित जानकारी दी एवं अध्ययन सहित विभिन्न गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन के लिये प्रेरित करते इनका नियमित रूप से स्वास्थ्य, रहन सहन,पोषण व शिक्षा आदि का विशेष ध्यान दिया जाता हे|
कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति सदस्य जन्मेजय व्यास, हाजरा बानो,कुम्हार महासभा के अध्यक्ष त्रिलोक चंद गैदर, अर्जुन कुमावत,सरपंच माला राम प्रजापत, भवानी जोशी,पूर्व सरपंच नवरत्न घिंटाला,मांगीलाल भद्रवाल, व संस्था के कार्मिक राधे श्याम,मुकेश चौधरी, जियाउर्रहमान चौहान, ममता चौधरी, नथु राम नितेश अश्विनी, गुलाब सिंह, संगीता, पिंकी, शशि कमल, अल्केश, जेठी देवी, धन्नाराम, रामेश्वर लाल, मोतीराम, व ग्राम के गणमान्य जन गीता, जमुना देवी, श्री राम सासास्वत, लक्षमण इंदलिया, गोविन्द माहर, परमेश्वर भूकर लेखराम, प्रहलाद राम तावनिया, धुड़ाराम, मोटा राम भाट, श्याम सुन्दर घिटाला, जेठाराम सहित अनेक लोग मौजूद रहे|

