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परोपकार से बड़ा कोई धर्म नहीं-कुलपति

स्व. कुसुम देवी डागा स्मृति तेरहवां घुटना दर्द निवारण नि:शुल्क शिविर आयोजित
खुलासा न्यूज,बीकानेर। स्व. कुसुम देवी डागा स्मृति तेरहवां घुटना दर्द निवारण गुरुवार को मुक्ति संस्था की ओर से ब्रह्म बगीचा में आयोजित किया गया। शिविर के दौरान लगभग चार सौ से अधिक लोगों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करवाई गई तथा नी-बेल्ट वितरित किए गए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह थे। उन्होंनेे कहा कि परोपकार से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। जरुरतमंदों की सेवा करना पुण्य का काम है। संस्था द्वारा लगातार तेरह वर्षों से यह आयोजन किया जा रहा है। यह स्व. कुसुम देवी को सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने आयुर्वेद, नेचुरोपैथी, योग और प्राणायाम के शिविर लगाने का आह्वान भी किया। कोरोना संक्रमण की परिस्थितियों में चिकित्सकों द्वारा किए गए कार्यों को सराहनीय बताया।
विशिष्ठ अतिथि के रूप में बोलते हुए नगर निगम आयुक्त ए एच गौरी ने कहा कि चिकित्सकीय शिविरों के माध्यम से आमजन की पीड़ा को दूर करने का प्रयास मानवता की सेवा है। संस्था के ऐसे प्रयासों को हमेशा याद रखा जाएगा। ऐसे प्रयास दूसरों के लिए भी प्रेरणा का काम करेंगे।
मुक्ति संस्था के अध्यक्ष एड. हीरालाल हर्ष ने बताया कि संस्था द्वारा पिछले चार दशकों से सामाजिक सरोकारों के विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। स्व. कुसुम देवी डागा की स्मृति में अब तक आयोजित शिविरों में पांच हजार से अधिक लोगों का इलाज किया जा चुका है।
सचिव राजेन्द्र जोशी ने बताया कि शिविर में दूर-दराज के क्षेत्रों के लोगों ने भागीदारी निभाई। इस दौरान फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. हेमंत व्यास और डॉ. मारुतिनंदन ने अपनी सेवाएं दी।
उद्यमी तोलाराम पेडि़वाल ने स्व. कुसुम देवी डागा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के बारे में बताया। समाजसेवी राजेश चूरा ने कहा कि बीकानेर में परहित की पुरातन परम्परा रही है। यहां के अनेक सेठ-साहूकारों ने जरूरतमंदों क मदद की। एड. महेन्द्र जैन ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन ज्योतिप्रकाश रंगा ने किया। पूर्व न्यासी अरविंद मिढ्ढा ने कहा कि जरूरतमंदों की सेवा का जज्बा बीकानेर के कण-कण में है। संस्था द्वारा किया जा रहा यह कार्य इसी परम्परा का अंग है।
इस अवसर पर बुलाकी दास व्यास, राजाराम स्वर्णकार, हजारी मल देवड़ा, साहित्यकार बुलाकी शर्मा, शिव कुमार थानवी, विजय जोशी, हरिकिसन जोशी, डॉ. नमामी शंकर आचार्य, मांगीलाल भद्रवाल आदि मौजूद रहे। इस दौरान विजय खत्री सचिव इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा मास्क, सेनेटाइजर और हाथ घोने के साबुन वितरित किए गए।
मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री ने दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने स्व. कुसुम देवी डागा स्मृति घुटना दर्द निवारण शिविर की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दी हैं। मुक्ति के अध्यक्ष हीरालाल हर्ष को भेजे गए पत्र में उन्होंने समाज सेवा और महिला जागृति के लिए कृत संकल्प स्व. कुसुमदेवी की याद में पीडि़त मानवता की सेवा के लिए आयोजित इस शिविर को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यह शिविर घुटना दर्द से पीडि़त लोगों के लिए राहत प्रदान करने में सार्थक सिद्ध होगा। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री श्री भंवर सिंह भाटी ने इस प्रकार के जनोपयोगी एवं सामाजिक सरोकारों के शिविरों के आयोजन के लिए मुक्ति संस्था के प्रयासों को सराहा। साथ ही इसकी सफलता की कामना की।

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