बीकानेर में ट्रोमा सेन्टर को लेकर सोशल मीडिया पर छिड़ी है जंग - Khulasa Online बीकानेर में ट्रोमा सेन्टर को लेकर सोशल मीडिया पर छिड़ी है जंग - Khulasa Online

बीकानेर में ट्रोमा सेन्टर को लेकर सोशल मीडिया पर छिड़ी है जंग

खुलासा न्यूज,बीकानेर। एक जनप्रतिनिधि जब सरकार में मंत्री बन जाता है तो वह पूरे जिले का प्रतिनिधित्व करता है। लेकिन आज हालात यह हो गई है। जो विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र से जीतकर जाता है। वह केवल अपने क्षेत्र के विकास के लिये ही समर्पित होकर काम महज अगले चुुनाव को जीतने का उद्देश्य लेकर चलते है। किसी जनप्रतिनिधि का अपने विधानसभा के लिये सोचना और उसमें विकास करना गलत नहीं है। लेकिन एक मंत्री द्वारा अपने क्षेत्र के साथ साथ जिले के अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी जरूरत न उपलब्ध करवाना अब चर्चा का विषय बन गया है। जिसके चलते सोशल मीडिया पर जंग छिड़ गई है। जिले के कोलायत में ट्रोमा सेन्टर खोलने की सीएम की घोषणा के बाद अन्य दो महत्वपूर्ण तहसीलों में ट्रोमा सेन्टर खोलने को लेकर कवायद तेज हो गई और ज्ञापनों के जरिये कोलायत के साथ साथ श्रीडूंगरगढ़ और लूणकरणसर में ट्रोमा सेन्टर खोले जाने की मांग उठने लगी है।
श्रीडूंगरगढ़-लूणकरणसर में ज्यादा जरूरत क्यों
जिले के श्रीडूंगरगढ़ व लूणकरणसर विधानसभा क्षेत्र से मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग निकलते है और यहां आएं दिन बड़े-छोटे हादसे होते है। किन्तु इन दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों में ट्रोमा सेन्टर नहीं होने के कारण अनेक बार चिकित्सकीय अभाव में घायल दम तोड़ देते है। ऐसे में श्रीडूंगरगढ़ में ट्रोमा सेन्टर खोलने को लेकर मुहिम भी शुरू कर दी गई है। यहां के सजग युवा विवेक माचरा ने उपखंड अधिकारी के माध्यम से राज्य सरकार तक अपनी भावना पहुंचा भी दी है। माचरा का कहना है कि जिले में किसी भी विधानसभा क्षेत्र में चिकित्सकीय सेवाएं बढ़े। यह आपत्ति का विषय नहीं। लेकिन इसके लिये केवल मंत्री के गृह विधानसभा क्षेत्र को चुनना भी उचित नहीं है। युवा विमल भाटी ने कहा कि श्रीडूंगरगढ़ व लूणकरणसर में हादसे अत्यधिक होते है। ऐसे में इन दोनों तहसीलों में भी ट्रोमा सेन्टर खोला जाना चाहिए। सीएम गहलोत चिकित्सा व शिक्षा को लेकर खासे गंभीर है। निश्चित रूप से सीएम हमारी भावनाओं को समझते हुए इन क्षेत्रवासियों की मांग जल्द पूरी करेंगे।वहीं समाजसेवी जुगल तावणियां ने कहा कि सरकार को इस गंभीर विषय पर जल्द निर्णय लेना चाहिए। श्रीडूंगरगढ़ चिकित्सकीय सेवाओं से पहले से ही उपेक्षित है। जिसका सरकार को ध्यान रखना चाहिए।भारतीय किसान यूनियन के टिकैत के जिलाध्यक्ष पूनमचंद नैण ने भी श्रीडूंगरगढ़ में ट्रोमा सेन्टर खोले जाने की पैरवी करते हुए इसकी नितान्त आवश्यकता बताया।
इन तहसीलों से नहीं है पिछले दो बार से नहीं है विधायक
राजनीतिक जानकारों की माने तो श्रीडूंगरगढ़-लूणकरसर क्षेत्र में इस तरह के विकास में पिछडऩे का बड़ा कारण पिछले दो चुनावों से कांग्रेस का प्रतिनिधित्व न होना है। राजनीतिक गलियारों में इसकी गूंज सुनने को भी मिली है। यहीं नहीं पंचायत चुनावों में लूणकरणसर में भाजपा का परचम व श्रीडूंगरगढ़ में पालिका चुनाव में भाजपा का बोर्ड भी कही न कही कड़ी से कड़ी जुडऩे में बाधक सिद्व हो रहा है।
क्या कहते है विधायक
श्रीडूंगरगढ़ विधायक गिरधारी महिया का कहना है कि ट्रोमा सेन्टर बनाने की मांग लंबे समय से चल रही है। आएं दिन दुर्घटनाओं को देखते हुए ट्रोमा सेन्टर बनाने के लिये भामाशाह तैयार है। भूमि देने को तैयार है। लेकिन सरकार की स्वीकृति नहीं मिल रही है। लूणकरणसर विधायक सुमित गोदारा का कहना है कि जिले के दो मंत्रियों की जिम्मेदारी प्रदेश के साथ साथ पूरे बीकानेर की है। लेकिन ऐसा लगता है कि सरकार के कार्य महज बीकानेर पश्चिम व कोलायत विधानसभा क्षेत्रों तक सीमित रह गया है। ऐसे में मंत्री व सरकार अपने धर्म को निभाने की बजाय अपनी जिम्मेदारियों से भागने का काम कर रही है।

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