
खुलासा पड़ताल : बीकानेर में है नकली मावे की खान, चौंकाने वाले तथ्य आए सामने, कुंभकर्णी नींद में जिम्मेदार






खुलासा न्यूज, बीकानेर। दिवाली से पहले जिले में नकली मावा का खेल शुरू हो गया है। मावा मिठाई की बढ़ी मांग के कारण इसकी खपत भी बढ़ गई है। हैरानी की बात है कि नकली मावा लोगों की सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है इसके बावजूद जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कुंभकर्णी नींद में है।
खुलासा न्यूज के रिपोटर्स ने नकली मावा को लेकर जांच-पड़ताल की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। शहर में दो-तीन मावा व्यापारियों ने दावा किया कि मावा 180 रुपए किलो है और पनीर भी यही रेट है, जितना चाहिए उतना मिल जाएगा। शुद्धता के सवाल पर तपाक से बोले कि जैसा पीछे से आ रहा है वैसा ही मिलेगा, हम खुद थोड़ी न तैयार करते हैं बीकानेर के ग्रामीण अंचल से मंगवाते हैं । 10 से अधिक दुकानों की पड़ताल में सामने आया कि बीकानेर से नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर सहित कई अन्य जिलों में निजी बसों के माध्यम से व्यापारियों की दुकानों तक पहुंचाया जा रहा है। इसका कोई किसी प्रकार का बिल नहीं होता है। कारण यह है कि नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर सहित कई अन्य जिलों के व्यापारियों को बीकानेर से सस्ता मावा मिल जाता है जिससे वे मिठाईयां तैयार कर बड़ा मुनाफा कमा रहे है। खुलासा टीम ने कई दुकानों पर जाकर व्यापारियों से बात की तो सभी ने मावे और पनीर के अलग-अलग रेट बताए। खास बात है कि सभी ने शुद्धता का दावा किया। किसी ने 180 तो किसी ने 210 से 230 और 260 रुपए प्रतिकिलो रेट बताया। एक व्यापारी ने 300 रुपए किलो का रेट बताते हुए यहां तक कहा कि वह मावा और पनीर खुद तैयार करता है, बाकी के पास तो नकली मावा है जो कि रेट कम बता रहे है।
जिले में बुधवार से चलेगा ‘शुद्ध के लिए युद्ध अभियान’
खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ बुधवार से ‘शुद्ध के लिए युद्ध अभियान’ चलाया जाएगा। जिला कलक्टर नमित मेहता ने मंगलवार को आयोजित बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आम उपभोक्ता को गुणवत्तायुक्त खाद्य सामग्री मिले तथा मिलावटखोरी पर प्रभावी अंकुश लगाया जाए, इसके मद्देनजर सभी संबंधित विभाग संयुक्त एवं सतत कार्यवाही करें। मिलावटी मावा, घी, नमकीन और मिठाई के अधिक से अधिक सैम्पल लिए जाएं तथा मिलावट पाए जाने की स्थिति में सख्त कार्यवाही हो। उन्होंने कहा कि त्यौहारी सीजन को देखते हुए बुधवार से ही यह कार्यवाही प्रारम्भ कर दी जाए। इसके लिए संबंधित विभागों की संयुक्त टीमें गठित की जाएं। इनमें पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी के साथ रसद विभाग के अधिकारियों को भी सम्मिलित किया जाए। इसे अभियान के रूप में सतत रूप से चलाया जाए तथा की गई कार्यवाही से प्रतिदिन अवगत करवाएं। उन्होंने जिले के प्रत्येक उपखण्ड क्षेत्र में भी अभियान चलाए जाने के लिए निर्देशित किया। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा, नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना, उपखण्ड अधिकारी अशोक कुमार बिश्नोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी चाहर, वृत्ताधिकारी यातायात दीपचंद, प्रवर्तन अधिकारी भंवर सिंह राठौड़, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीएल मीना, खाद्य सुरक्षा अधिकारी महमूद अली मौजूद रहे।


