
बरसात के कारण सब्जियों के दामों पर भारी बढोत्तरी, प्रत्येक सब्जी के दामों में बीस रुपये तक दाम बढ़े






बीकानेर। बरसात ने सब्जियों के दाम बढ़ा दिए हैं। पिछले दिनों लगतार तीन दिन बरसात के बाद शहर के अलग-अलग इलाकों में तो पानी भरा ही, जिले के अलग-अलग इलाकों में सब्जी के खेतों में भी पानी भर गया। इससे सब्जी की बेलें पानी में रहने से इस पर लगे फल सड़ गए वहीं कुछ पौधों की जड़ों में पानी भर गया। इससे जहां मंडी तक सब्जियां पहुंच नहीं पाई। वहीं जो सब्जियां बाजार में उपलब्ध थीं वे भी पहले के मुकाबले दस से बीस रुपए तक तेज रही।
बरसात ने किया नुकसान
बरसात ने इलाके में फसलों को खूब नुकसान किया है। किसानों ने बताया कि बरसात आने से पहले उनके खेतों में शिमला मिर्च, बैंगन, तुरई आदि सब्जियां लगी थीं। इनमें से बेल में लगने वाली सब्जियों के तो फल पानी में रहने से ये वहीं पर गल गए। वहीं जिन पौधों पर फल लगे थे, उनमें से ज्यादातर की जड़ों तक पानी पहुंच गया। इससे वे भी पौधे खराब हो गए। इससे बाजार में हर की दिन की लागत के हिसाब से सब्जियां नहीं भिजवा पाए।
सब्जी के बढ़े दाम
सब्जी विक्रेता बताते है कि सब्जी की फसल ही खराब हो जाने से अब इनके दामों में तेजी आना स्वभाविक है। दस से बीस रुपए तक भाव तेज हुए हैं। कुछ दिन पहले तक पंद्रह से बीस रुपए प्रति किलो में मिलने वाला आलू अब 25 से 30 रुपए प्रति किलो मिल रहा है। वहीं टमाटर बीस रुपए प्रति किलों से बढक़र 40 रुपए किलो तक बढ़ गया है। घीया, बैंगन, तुरई तो मिल ही नहीं रहे हैं। इनकी फसल खराब होने से काफी कम आए हैं और इनमें दाम भी रिटेल में 40 से 50 रुपए प्रति किलो तक है।


