
उदासर में 9 बीघा जमीन पर स्टाम्प ड्यूटी की चोरी, जांच के लिए अजमेर से टीम आई






बीकानेर। जयपुर रोड से उदासर की ओर जाने वाली मुख्य सडक़ पर सेना छावनी एरिया के सामने करीब 9 बीघा जमीन पर लाखों रुपए की स्टांप ड्यूटी और टैक्स चोरी करने का मामला सामने आया है। स्थानीय स्तर पर तो इसकी जांच शुरू की ही गई है, अजमेर में पंजीयन एवं मुद्रांक अधिकारी के नेतृत्व में भी बीकानेर आई टीम ने छानबीन की है।
जिला प्रशासन और पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग अजमेर के आईजी सहित अनेक उच्च अधिकारियों को शिकायत की गई थी कि जयपुर रोड से उदासर की ओर पुराना खसरा नंबर 372/281, नया खसरा नंबर 194, 197, 198, 199 व 200 में 9 बीघा जमीन रेणू गुप्ता के नाम है। इसका सौदा जमीन को एग्रीकल्चर बताकर 10.11 करोड़ रुपए में इकबाल समेजा और सुनील सोनी से किया गया, जबकि वहां भवन बना हुआ था।
इससे सरकार को लाखों रुपए की स्टांप ड्यूटी और इनकम टैक्स का नुकसान हुआ। इसके अलावा जमीन को कन्वर्ट कराए बिना ही प्लॉटिंग कर रजिस्ट्रियां करवा ली गईं जिससे यूआईटी को भी राजस्व का नुकसान हुआ। सरकार के राजस्व विभाग ने पूरे मामले की जांच के लिए अजमेर में पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग की अतिरिक्त महानिरीक्षक नीतू राजेश्वर के नेतृत्व में टीम को बीकानेर भेजा। टीम ने मौका जमीन का रिकॉर्ड खंगाला और मौका मुआयना किया।
पटवारी व गिरदावर को बुलाकर छानबीन की। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर भी मामले की जांच की जा रही है। पिछले दिनों जनसुनवाई के दौरान मामला कलेक्टर भगवतीप्रसाद के पास पहुंचा था। उन्होंने डीआईजी स्टांप को मामले की जांच के आदेश दिए थे।
कलेक्टर के निर्देश पर मामले की जांच शुरू कर दी है। स्टांप ड्यूटी चोरी के संबंध में नोटिस जारी किए गए हैं। मामले की जांच के लिए अजमेर से भी एक टीम बीकानेर आई जिसे रिकॉर्ड उपलब्ध कराया गया। एग्रीकल्चर जमीन पर प्लाटिंग और रजिस्ट्रियां तस्दीक कर रहे हैं। ऐसा पाया गया तो राजस्व नुकसान की वसूली और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। – यशपाल आहूजा, डीआईजी स्टांप और यूआईटी सचिव
पूरे मामले की जांच के लिए राज्य सरकार से लेकर भारत सरकार तक को शिकायत की गई है। गंभीरता से जांच की गई तो करोड़ों रुपए की स्टांप ड्यूटी और इनकम टैक्स चोरी व काली कमाई सामने आएगी। – एड. राजेश गुप्ता, शिकायतकर्ता


