IPL के साथ ही सट्टेबाजी का 'शातिर' खेल शुरू? ED की जांच में हुआ बड़ा खुलासा! - Khulasa Online IPL के साथ ही सट्टेबाजी का 'शातिर' खेल शुरू? ED की जांच में हुआ बड़ा खुलासा! - Khulasa Online

IPL के साथ ही सट्टेबाजी का ‘शातिर’ खेल शुरू? ED की जांच में हुआ बड़ा खुलासा!

देश में क्रिकेट (Cricket) का अपना महापर्व शुरू हो चुका है. IPL यानी इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत हो गई है. अपने फेवरेट क्रिकेटर्स को IPL में देखने के लिए आप काफी उत्साहित होंगे. ये दुनिया की इकलौती ऐसी क्रिकेट लीग होगी, जिसमें दुनिया के लगभग सारे स्टार खिलाड़ी खेलते हैं. हमारे देश में IPL को लेकर इतना उत्साह है कि अब तक इसके 15 सीजन हो चुके हैं. आप भी 16वें सीजन को देखने के लिए पूरी तरह तैयार हो चुके होंगे. वैसे आपको तो मजा क्रिकेट देखने में आता होगा, लेकिन देश में कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्हें खेलने में मजा आता है. वैसे तो IPL मैच प्रोफेशनल क्रिकेटर खेलते हैं. लेकिन एक खेल, मैदान से बाहर भी चलता है, उसे सट्टेबाज खेलते हैं. हम इसी खेल की बात करने वाले हैं. जिस तरह से IPL शुरू होते ही आप टीवी के सामने बैठ जाते हैं, ठीक वैसे ही सट्टेबाज भी टीवी के आगे, दर्जनों मोबाइल फोन लेकर बैठ जाते हैं और क्रिकेट टीम्स की जीत-हार पर सट्टा बाजार लगा लेते हैं.

क्या है सट्टेबाजी का पहला उसूल?

सट्टेबाजी की दुनिया में सट्टे का पहला उसूल है, ऐसे लोगों को चिन्हित करना, जो लोग जल्दी और गैरकानूनी रास्ते से पैसा कमाना चाहते हों. इसीलिए लोगों जल्दी पैसा कमाने का लालच देने के तरीके खोजे जाते हैं. कुछ साल पहले तक ये सट्टेबाज लोगों को जल्दी पैसा कमाने के तरीके, मैसेज या कॉल के जरिए समझाते थे. लेकिन अब सट्टेबाजी का ये खेल ऑनलाइन हो गया है. वेबसाइट और मोबाइल गेमिंग एप्लीकेशन के जरिए, ये आपको फंसाते हैं. मोबाइल गेमिंग की दुनिया पिछले कुछ सालों में बहुत तेजी से बढ़ी है. इसी वजह से इसका इस्तेमाल सट्टेबाज, क्रिकेट या फुटबाल जैसे खेलों में सट्टेबाजी के लिए कर रहे हैं आज हम सट्टेबाजी के इसी खेल के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, क्योंकि आईपीएल शुरू हो चुका है, और ये खेल सट्टेबाजों के लिए भी किसी महापर्व की तरह ही है, जो साल में एक बार आता है और मालामाल कर देता है.

MAHADEV BOOK ऐप पर बड़ा खुलासा

क्या आपने MAHADEV BOOK नाम की मोबाइल एप्लीकेशन का नाम सुना है. ये एक मोबाइल गेमिंग एप्लीकेशन है. मुमकिन है कि आपमें से कई लोगों ने नहीं सुना होगा. लेकिन आपमें से वो लोग जो जल्दी पैसा कमाने का लालच रखते हैं, वो इस एप्लीकेशन को यूज करते होंगे. उन्हें इसके बारे में जरूर मालूम होगा. ये मोबाइल एप्लीकेशन पिछले काफी समय से लोगों को सट्टेबाजी की लत लगा रही है. ‘महादेव बुक’ मोबाइल गेमिंग एप्लीकेशन वैसे तो खुद को गेमिंग ऐप बताती है. इसमें वो तरह-तरह के गेम खेलने का विकल्प देती है. लेकिन इसका असली खेल सट्टेबाजी है. IPL के नए सीजन के लिए ये मोबाइल गेमिंग ऐप भी रेडी थी, लेकिन पुलिस उससे पहले ही एक्शन में आ चुकी थी. दरअसल ‘महादेव बुक’ मोबाइल गेमिंग ऐप को लेकर कई राज्यों की पुलिस को अलग-अलग तरह की शिकायतें मिल रही थीं. पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि इस मोबाइल गेमिंग ऐप का हेडऑफिस दुबई में है, और ये वहीं से ऑपरेट हो रहा है. पुलिस को पता चला कि इस मोबाइल गेमिंग ऐप के जरिए दूसरी वेबसाइट पर ले जाकर, सट्टा खिलवाया जा रहा था. इस मोबाइल गेमिंग ऐप के नाम पर सट्टेबाजी का खेल कई राज्यों में चल रहा था.

ईडी की जांच में सामने आईं ये बातें

अब तक गुजरात, यूपी, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे राज्यों में पुलिस को सट्टेबाजी के इस नए खेल का पता चला है. बड़े पैमाने हुए लेन-देन को देखते हुए ED ने भी अपनी जांच शुरू की है. दरअसल ‘महादेव बुक’ मोबाइल गेमिंग एप्लीकेशन के ट्रांजेक्शन से ED को पता चला है कि करीब 5 हजार करोड़ रुपये का ट्रांसजेक्शन भारत और दुबई के बीच हुआ है. इसी वजह से इस मोबाइल गेमिंग एप्लीकेशन पर खुफिया एजेंसियों और पुलिस की नजर ठहर गई है. इस मोबाइल गेमिंग एप से जुड़े सट्टेबाजों को धरपकड़ भी तेज हो चुकी है.

अपने जाल में कैसे फंसा रहे सट्टेबाजी के ऐप?

मोबाइल फोन में जब तक आप खेल रहे हैं तब तक ठीक है. लेकिन जैसे ही मोबाइल गेमिंग ऐप्लीकेशन आपको किसी ऐसी वेबसाइट पर जाने के लिए कह रहा है, जहां वो आपको ज्यादा पैसे कमाने का लालच दे रहा है, तो सावधान हो जाइए. कहीं ऐसा ना हो कि उसकी बातें मानकर आप सट्टेबाजों के जाल में फंसकर खुद भी अपराधी बन जाएंगे. आप जानते ही होंगे कि सट्टा खिलवाना और खेलना दोनों ही अपराध है.

महादेव बुक या इसके जैसे मोबाइल गेमिंग एप्लीकेशन आपको सट्टेबाजी के जाल में ऐसे फंसाते हैं, कि आपको पता तक नहीं चलता. इस तरह के मोबाइल गेमिंग एप्लीकेशन का एक खास तरीका होता है. इसमें सबसे पहले आप मोबाइल गेमिंग एप्लीकेशन डाउनलोड करते हैं. फिर उसमें खेलने के लिए कोई एक गेम चुनते हैं. इसी दौरान आपको एक ‘पॉप अप’ आता है, जो कहता है कि आप ज्यादा पैसे जीत सकते हैं. बस आपको उनकी बताई वेबसाइट पर आना है. जैसे ही आप इस वेबसाइट पर जाते हैं. वैसे ही आपको लॉगिन करने के लिए कहा जाता है. लॉगिन करने के बाद आपसे ऐसे खेल खेलने के लिए कहा जाता है, जिसमें आपको बस GUESS करना होता है. इसमें आपको कोई टीम नहीं बनानी है, और ना ही किसी तरह के पासे फेंकने हैं. बस आपको सट्टेबाजों के पूछे सवाल पर फैसला लेना है, इसी से आपकी जीत और हार तय होती है. सट्टेबाजी का ये खेल कैसे खेला जा रहा है, ये हम आपको डेमो के जरिए समझाते हैं. महादेव बुक मोबाइल गेमिंग एप्लीकेशन लोगों को सट्टेबाजी के जाल में फंसाकर ठग रही है.

ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर सट्टेबाजी का खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है. देश में अवैध सट्टा बाजार करीब 12 लाख करोड़ रुपये का है. ऑफलाइन सट्टा बाजारी पर सरकार ने सख्त नियम बनाए हैं. लेकिन ऑनलाइन सट्टा खिलवाने वाले मोबाइल ऐप या वेबसाइट के लिए अभी तक कोई विशेष नियम नहीं बनाए जा सके हैं. भारत में चल रहे अवैध ऑनलाइन सट्टा बाजार की बात करें, भारत में हर एक क्रिकेट मैच पर करीब 20 करोड़ डॉलर यानी 1 हजार 640 करोड़ रुपयों का सट्टा लगता है. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से मिली जानकारी और चीन का कनेक्शन सामने आने के बाद गृह मंत्रालय ने 232 मोबाइल ऐप को प्रतिबंधित किया था. इनमें 138 मोबाइल ऐप ऑनलाइन सट्टा खिलवाते थे और 14 मोबाइल ऐप अवैध तौर पर लोन देने वाले थे.

ऑनलाइन गेमिंग में कौन सा वैध है या कौन सा अवैध, इसको लेकर आपके दिमाग में संशय होगा. लेकिन हम आपको चंद लाइनों में समझाने की कोशिश करते हैं कि कौन सा ऑनलाइन गेम अवैध है और कौन सा वैध. जिस खेल में आपकी स्किल का इस्तेमाल होता हो, यानी आप उसके लिए मेहनत करते हों, दिमाग लगाते हों, प्लानिंग करते हों वो गेम वैध है. और जिस गेम में आपको फैसला लेने के पैसे दिए जा रहे हों, यानी जिसमें आपकी किस्मत काम करती हो, वो गेम अवैध माना गया है.

भारत में ऑनलाइन सट्टा खिलवाने वाली कंपनियां भारत के बाहर से ऑपरेट की जा रही हैं. ऑनलाइन सट्टे पर किसी भी तरह का सरकारी रेगुलेशन ना होने की वजह से हर साल भारत सरकार को लाखों करोड़ के टैक्स का चूना लग रहा है. ऑनलाइन सट्टा खिलवाने वाले ज्यादातर ऐप के कनेक्शन दुबई, नेपाल, हांगकांग, बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान सहित 11 देशों में है. पुलिस की कार्रवाई के अलावा, ऐसी वेबसाइट और मोबाइल गेमिंग एप्लीकेशन पर शिकंजा कसना होगा, और इसके लिए केंद्रीय स्तर पर कड़े नियम लाने होंगे.

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