शहर के इस विश्वविद्यालय के कुलपति ने शिक्षा के मंदिर को किया दागदार, महिला प्रोफेसर को अलग तरीके से छूने की कोशिश की - Khulasa Online शहर के इस विश्वविद्यालय के कुलपति ने शिक्षा के मंदिर को किया दागदार, महिला प्रोफेसर को अलग तरीके से छूने की कोशिश की - Khulasa Online

शहर के इस विश्वविद्यालय के कुलपति ने शिक्षा के मंदिर को किया दागदार, महिला प्रोफेसर को अलग तरीके से छूने की कोशिश की

बीकानेर। शिक्षा के मंदिर को कुलपति ने किया दागदार प्रोफेसर महिला को गलत तरीके से छूने व मानसिक रुप से परेशान करने का मामला जेएनवीसी थाने में दर्ज हुआ है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रक्षपाल सिंह के खिलाफ प्रोफेसर महिला ने गंभीर आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाते हुए बताया कि कुलपति ने जब से अपना पद संभाला है तभी से मेरे ऊपर पर नजर सही नहीं है। उसके धीरे धीरे किसी तरह परेशान करने लगे कभी हाथ मिलाना कभी आशिकों की तरह टकटकी नजरों से देखना बार घर पर भोजन के लिए आमंत्रण दिया कही बाहर घूमने चलने के दबाब डाला। यह सिलसिला चलता रहा हद तब हो गई जब 28 सित. को तबीयत तथा प्रोगेस रिपोर्ट के बारे मे बताने के लिए जब कुलपति के ऑफिस में गई तो तब कुलपति ने सामने वाली सीट पर बैठने को कहा और बाद में स्वयं उठकर पास आए और मेरे को छूने लगे तो मैने तुरंत विरोध करते हुए उनको दूर कर दिया और बाहर आ गई। तथा मेरे को अपना नया मोबाइल दिखाने के बहाने अश्लील फोटो दिखाने लगे। जब कुलपित के जाल में नहीं फंसी तो उन्होंने मेरा तबादला बीकानेर से कृषि विश्वविद्यालय श्रीगंगानगर कर दिया जहां पर कोई उपयुक्त पद उपलब्ध था न ही विषय था और ना ही कोई कॉलेज जब इस बारे में कुलपति से बात की तो उन्होने अपना आपा खो दिया और अश्लीलता से पेश आये। उसके बाद न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश लाना पड़ा उसके बाद जब भी में कई काम लेकर कुलपति के पास गई तो उन्होंने कहा जब तक मेरी इच्छा पूरी नहीं करोगी तब तब आपकी कोई काम नहीं होगा। उन्होंने अपनी इच्छा पूरी करने के लिए ऑफिस का समस्त स्टाफ हटा दिया जिससे की मै उनको अकेली मिल जाऊ और वो अपनी इच्छा पूरी कर सके। जब हाईकोर्ट जोधपुर से फरवरी में स्थगन आदेश मिला तब कुलपति ने अनधिकृत व्यक्ति से दोनों आदेशों को पहले निरस्त करवा दिया। लेकिन 13 अगस्त को इसी अनाधिकृत व्यक्ति से पुन: आदेश करवा कर निदेशक पद से हटाकर दो पर नीचे सहायक निदेशक पद पर पदस्थ कर दिया जबकि इस नाम कोई सृजित नहीं है उस आदेश के प्रति मेरे को आज तक उपलब्ध नहीं करवाई गई है। पद नहीं होने के कारण मेरे को सूचनार्थ व्हाटसअप ग्रुप से प्राप्त तबादला सूचना के तहत नियमित रुप से अपनी हाजिर कुलसचिव कार्यालय में देरही हूं। उसके बाद भी आज 8 महिनों से वेतन नहीं देकर प्रताडि़त किया जा रहा है साथ ही 16 अप्रैल को अनाधिकृत पर जोइनिंग नहीं देने के कारण चार्ज शीट थमा दी गई है तथा नौकरी से हटाने की धमकियां भी देते है। तंग करने के लिए कुलपति आरपी सिंह, श्री विपिन लड्डा एसटीए व डॉ. आईपी सिंह के साथ लेते है इन दोनों की कुलपति सृजित नहीं है के पदों पर बैठा रखा है तथा डॉ. रक्षपाल सिंह के कहने पर गलत आदेश पारित करते रहते है। पुलिस ने इस मामले को लेकर कुलपति के खिलाफ 354 ए,बी,सी, डी भादस के तहत मामला दर्ज कर जांच एसएचओ गुमानाराम सउनित को दी गई है।

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