
खुशखबरी: रोशन होगा ये पार्क, फिर से दौड़ेगी टॉय ट्रेन







खुशखबरी: रोशन होगा ये पार्क, फिर से दौड़ेगी टॉय ट्रेन
बीकानेर। पब्लिक पार्क में पांच सालों से सूना पड़ा चिल्ड्रन पार्क अब बच्चों की अठखेलियों से चहकेगा। खराब पड़ी टॉय ट्रेन दौड़ेगी और बीकानेर विकास प्राधिकरण को 5.5 लाख रुपए सालाना कमाई होगी। मोदी डेयरी ने चिल्ड्रन पार्क को संवारने का जिम्मा लिया है जिसके लिए उसका बीडीए से तीन साल का एमओयू हुआ है। पिछले पांच सालों से चिल्ड्रन पार्क सूना पड़ा है और उसके सबसे बड़ आकर्षण बच्चों की टॉय ट्रेन के पहिये थमे हुए हैं। एक बार फिर चिल्ड्रन पार्क अब रोशन होगा और टॉय ट्रेन फिर से दौड़ेगी। बच्चे टॉय ट्रेन में सफर के रोमांच का आनंद उठा सकेंगे। चिल्ड्रन पार्क को संवारने और उसके संचालन के लिए बीडीए और मोदी डेयरी में तीन साल का एमओयू हुआ है। पार्क को संवारने-सजाने और संचालन का पूरा जिम्मा मोदी डेयरी का होगा और इसके बदले बीडीए को हर साल 5.5 लाख रुपए मिलेंगे। दोनों पक्षों में एमओयू तीन साल का हुआ है, लेकिन आपसी सहमति से इसे दो साल और बढ़ाया जा सकेगा। पार्क में टॉय ट्रेन के अलावा बच्चों के लिए स्लाइडिंग प्लांक टनल, जंपिंग बेड्स, टेंपोलियन, केरोसल राइडर्स झूले, मनोरंजन के अन्य साधन भी होंगे। टॉय ट्रेन परिसर में स्थित क्राउन पार्क इमारत को रेस्टोरेंट के लिए काम में लिया जाएगा, लेकिन उसके वास्तविक स्वरूप में परिवर्तन नहीं किया जाएगा। बीडीए की एक कमेटी बनेगी जो देखेगी कि टॉय ट्रेन का रेलवे ट्रैक, डिब्बे, इंजन, जनरेटर, स्टेशन व मनोरंजन साधनों रखरखाव संतोषजनक है या नहीं। इसके लिए कमेटी समय-समय पर निरीक्षण भी करेगी। कमेटी में एक्सईएन राजेन्द्र वर्मा और जेईएन सरफराज को शामिल किया गया है। चिल्ड्रन पार्क ग्रीष्मावकाश में शुरू करने की प्लानिंग है और इसके लिए काम शुरू कर दिया गया है।
पार्किंग की व्यवस्था फर्म को करनी होगी
चिल्ड्रन पार्क में आने वाले लोगों, पर्यटकों के वाहन की पार्किंग की व्यवस्था फर्म को ही करनी होगी। पब्लिक पार्क से हजारों लोगों को रोजाना आना-जाना रहता है। दुपहिया वाहनों के अलावा फोर व्हीलर भी गुजरते हैं। चिल्ड्रन पार्क शुरू होने पर पब्लिक पार्क में भीड़ बढ़ेगी। इसके लिए वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था इस तरह से करनी होगी कि राहगीरों को आवागमन में परेशानी ना हो। फर्म के साथ ही प्रशासन को भी इसका ध्यान रखना होगा, क्योंकि वाहनों की पार्किंग के लिए स्थान सीमित ही है। ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी तैनात करने होंगे।

