
श्रीराम हॉस्पीटल के कर्मचारी का नहीं डिगा ईमान, दिया ईमानदारी का परिचय






खुलासा न्यूज, बीकानेर। कोरोना काल में कालाबाजारी की खबरें देखने को मिली। चंद पैसों के लिए जहां कुछ लोगों ने संकट की घड़ी में रेमडेसिविर इंजेक्शन व ऑक्सीजन तक की कालाबाजारी करने से नहीं चुके वहीं कुछ लोग ऐसे भी है, जो दूसरों की सहायता करने के लिए अपना पुरजोर प्रयास करते है। इन्हीं की बदौलत आज भी विश्वास टीका हुआ है और ईमानदारी जिदा है। बीकानेर की श्रीराम हॉस्पीटल के कर्मचारी ने ईमानदारी की ऐसी ही मिसाल पेश की है।
दरअसल मामला यह है कि कल यानि सोमवार को नोखा तहसील के तेहनदेसर गांव के रूप चंद भार्गव जो कि अपनी पत्नी को इलाज करवाने के लिए बीकानेर लाया। यहां पर उसकी पत्नी को हॉस्पीटल में एडमिट किया। इस दम्रयान उसकी पत्नी की सोने की चैन गायब हो गई। सोने की चैन जिसकी कीमत लगभग 60 हजार थी। सोने की चैन हॉस्पिटल में गिरी या कहीं बाहर । इस बात का पता मरीज को भी नहीं चला । ये चैन हॉस्पिटल स्टाफ सकील अहमद को मिली तब उन्होंने ईमानदारी का परिचय देते हुए श्रीराम हॉस्पिटल में जमा करवा दी । उसके बाद हॉस्पिटल के डॉ. बलवान सिंह ने मरीज को वापस लौटाई । इस मौके पर हॉस्पिटल स्टाफ के अन्य डॉ रमेश कड़ेला डॉ आर एन डागा मालम सिंह व चरण सिंह उपिस्थित थे। कर्मचारी सकील अहमद पंजाबगिरो के बास में रहता है और हॉस्पिटल में अटेंडेड के पद पर कार्यरत्त है ।


