
छिपे बैठे आतंकियों को पलभर में जवानों ने ढेर किया






खुलासा न्यूज बीकानेर। रात के अंधेरे में रेत के धोरे में दबे पांव चलते हुए जवानों की टुकड़ी एक मकान के पास पहुंचती है। बहुत ही मद्धम रोशनी हैं…बातें सिर्फ इशारों में होती है। फौजी जूतों की धमक तक सुनाई नहीं देती और न ही भारी-भरकम हथियारों की कोई आवाज। अमेरिकी और भारतीय जवान बहुत ही सावधानी के साथ आगे बढ़ते हैं। अचानक से तूफान की गति से दरवाजों को तोडक़र कुछ जवान कमरे के अंदर पहुंच जाते हैं। वहां हथियार सहित छिपे बैठे आतंकी कुछ समझ पाएं उससे पहले ही गन का ट्रिगर दब जाता है और पल भर में दर्जनों गोलियां दो दिशाओं में खड़े आतंकियों के शरीर को भेदकर बाहर निकल जाती हैं। बीकानेर की महाजन फायरिंग रेंज में भारत और अमेरिकी सेना के जवानों के बीच चल रहे युद्धाभ्यास में ऐसे ही दृश्य अब देखने को मिल रहे हैं।
महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में दोनों देशों के बीच युद्धाभ्यास अब तेज हो चुका है। शुरुआती दिनों में जहां दोनों देश आतंक के खिलाफ लडऩे की एक मजबूत योजना बनाने में जुटे थे, वहीं अंतिम दिनों में काउंटर टेरेरिज्म को खत्म करने के तरीकों का अभ्यास किया जा रहा है।
इसमें आतंकियों के ठिकानों का खात्मा करना, आतंकी कैंप को नष्ट करना जैसे मिशन शामिल हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, किसी रिहायशी क्षेत्र में छिपे हुए आतंकियों को कैसे ढूंढा जा सकता है और इसके लिए किस तरह के उपकरण काम आ सकते हैं। इसके बाद इन ठिकानों पर गुपचुप तरीके से पहुंचकर बिना उन्हें मौका दिए हमला करने की योजना की भी जवान प्रैक्टिस कर रहे हैं।
फायरिंग रेंज में सुनाई दे रहे हैं धमाके
युद्धाभ्यास के दौरान अमेरिकी टैंक स्ट्राइकर और भारतीय टैंक सारथ (क्चरूक्क2) का खूब इस्तेमाल किया जा रहा है। भारतीय जवान स्ट्राइकर पर सवार होकर एक के बाद एक गोले दाग रहे हैं तो अमेरिकी जवान भारतीय सारथ में चढक़र चेन पुलिंग वाले टैंक से आगे बढऩे का अभ्यास करते हैं। दोनों देशों के जवान अपने-अपने हथियारों के साथ ही एक-दूसरे के हथियारों का भी जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं। अभ्यास के दौरान हो रहे धमाकों की आवाज अब दूर तक सुनाई दे रही है।
21 फरवरी को होगा युद्धाभ्यास का समापन
युद्धाभ्यास का समापन 21 फरवरी को होगा। इस दौरान दोनों देश की सेनाओं की अब तक हुई प्रैक्टिस का डिमांस्ट्रेशन होगा। हथियारों का जमकर उपयोग करते हुए दोनों देश बताएंगे कि वो किस तरह आतंकवाद के खिलाफ लडऩे के लिए तैयार हैं।


