
जिन प्रतिनिधियों से जनता को उम्मीद वहीं फिल्ड से नदारद, पढ़े पूरी खबर





जिन प्रतिनिधियों से जनता को उम्मीद वहीं फिल्ड से नदारद, पढ़े पूरी खबर
-खुलासा सटीक टिप्पणी
बीकानेर. शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक झमाझम बारिश से आमजन को गर्मी से राहत मिल गई। गुरुवार दोपहर से ही लगातार रिमझिम बारिश तो कभी तेज बारिश का दौर जारी है। बारिश की वजह से शहरी क्षेत्र में कई जगहों पर अब हालात भी खराब हो रहे हैं। जहां संभाग के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर की सीलिंग गिर गई तो वहीं निचले इलाकों में एक बार फिर पानी भर गया। इस वजह से आमजन को परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासन की ओर से स्कूलों की छुट्टी पहले ही घोषित कर दी गई थी। बारिश के बाद शहर में जगह-जगह जल भराव की स्थिति सामने आ रही है। हालत तो यह है कि जिस विभाग के पास इसकी जिम्मेदारी है उसके आगे ही पानी भरा हुआ है। बीकानेर नगर निगम से लेकर जूनागढ़ की तरफ जाने वाली सड़क पर इतना पानी है कि वाहन भी वहां से नहीं निकल पा रहे हैं। इस सड़क से जाने वाले वाहनों को घूम कर आगे जाना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति कोई नई नहीं है, हर बार बारिश होती है और यही हालात देखने को मिलते हैं। ऐसी स्थिति होने के बावजूद भी महापौर या फिर नगर निगम का कोई बड़ा अधिकारी मौके पर भी नजर नहीं आया, जबकि जिला प्रशासन के बड़े अधिकारी देश रात को ही मौके पर पहुंच गए।
नही दिख रहे जनप्रतिनिधि
हालत तो यह है की जिन प्रतिनिधियों से जनता को उम्मीद है वह भी फील्ड में कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। एक या दो को छोड़ दिया जाए तो कोई भी नेता ऐसा नहीं है जो शहर के इस हालत होने के बाद भी फील्ड में नजर आ रहा हो। धरना या प्रदर्शन हो या फिर प्रदेश और केंद्र से कोई ज्ञापन देने का आदेश हो तो जरूर जनप्रतिनिधि नजर आ जाएंगे, लेकिन शहर के बिगड़ रहे हालात के बावजूद कोई भी नेता नजर नहीं आया। यह कोई किसी एक पार्टी की बात नहीं है दोनों ही पार्टी के नेता सक्रिय नजर नहीं आए जबकि चुनाव के समय सभी एकजुटता के साथ नजर आते हैं अब आगे नगर निगम में चुनाव भी होने हैं। पिछली को कांग्रेस सरकार के तीन मंत्री बीकानेर से होने के बावजूद भी शहर में यही हालात थे। अब जब 6 विधायक और बोर्ड भाजपा का होने बाद भी यही हालात है। पिछले चुनाव में बीकानेर पूर्व से कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके यशपाल गहलोत चुनाव के समय जरूर सक्रिय रहे, लेकिन अभी बिगड़ रहे शहर के हालात के बाद वह कहीं नजर ही नही आए। यही स्थिति पूर्व मंत्री डॉ. बी.डी कल्ला की है। वह भी स्थानीय समस्याओं को लेकर चुनावों के बाद फील्ड में अभी तक नजर नही आए। बीकानेर पूर्व में जलभराव की समस्या सबसे बड़ी है। कई बार तो सूरसागर और जूनागढ़ की दीवार तक ढह चुकी है। इसके बावजूद लगातार चार बार की विधायक सिद्धि कुमारी कभी इन हालातों का जायजा लेने निकली ही नही। कुछ दिन पहले सूरसागर की दीवार टूटने पर विधायक जरूर गई लेकिन अभी तक भी उसका काम पूरा नही हो सका।

