
भाजपा शहर जिलाध्यक्ष के लिए दौड़ तेज, ये नाम आए सामने, क्या रांका मार पाएंगे बाजी





खुलासा न्यूज, बीकानेर। भाजपा में नए जिलाध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं। इसके लिए दौड़ तेज हो गई है। सबसे ख़ास बात ये है की अध्यक्ष बनने के लिए दिल्ली तक भी लॉबिंग की जा रही है। हालाँकि अध्यक्ष कौन होगा ये तो समय ही बताएगा। लेकिन भाजपा नेताओं की ओर से अध्यक्ष बनने की लिए पूरी जोर आजमाइश की जा रही है। इनमें पूर्व महापौर नारायण चौपड़ा का नाम सबसे आगे चल रहा है। उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष पद के लिए अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रखी है। साफ छवि और संघ पृष्टभूमि से होने की वजह से भी उनके नाम पर मुहर लग सकती है। कई बड़े नेता भी चौपड़ा के नाम की पैरवी कर चुके है। इसके बाद पूर्व यूआईटी चेयरमेन महावीर रांका का नाम भी भाजपा जिलाध्यक्ष की दौड में चल रहा रहा है। लेकिन उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती मोहन सुराणा है। हालांकि दोनों ही अर्जुनराम मेघवाल खेमे से आते है। इसलिए दोनों ही नेता जिलाध्यक्ष के लिए दावेदारी कर रहे है। इनमें मोहन सुराणा केंद्रीय मंत्री के करीबियों में तो रांका रविशेखर के करीब है। रांका भी केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के साथ भी नजर आते है। उनके बीकानेर कार्यक्रम के दौरान भी रांका हमेशा सक्रीय नजर आ रहे है। लेकिन रांका का देवीसिंह भाटी गुट से आना कही न कही माइनस पॉइंट हो सकता है। सुराणा भी केंद्रीय मंत्री मेघवाल के सबसे ख़ास में रहे है। मेघवाल के कार्यक्रमों में सुराणा भी काफी सक्रीय नजर आते रहे है और पिछले तीन चुनावों से लगातार मेघवाल के लिए प्रचार प्रसार कर रहे है ।राजनीति से जुड़े लोगो की माने तो सुराणा नहीं चाहेंगे की रांका अध्यक्ष बने। क्योंकि इससे पहले भाजपा बीकानेर जिला कार्यकारिणी में रांका को कोई पद नहीं मिला था। लेकिन राजनीति में सब कुछ संभव है एक दौर था जा जब कभी रांका सिर्फ देवी सिंह भाटी ग्रुप से जाने जाते थे लेकिन अब देवी सिंह भाटी से थोड़ी दूरियां बना ली और अर्जुनराम के पुत्र रवि शेखर के काफी नजदीक नजर आ रहे है देखने वाली बात होगी कि जिला अध्यक्ष में पिता अर्जुनराम की चलेगी या पुत्र प्रेम में रांका के नाम पे मुहर लगेगी ।लेकिन अगर ओबीसी से अध्यक्ष का नाम चला तो राजेंद्र पंवार , अशोक बोबरवाल का पक्ष मजबूत रह सकता है। लेकिन बीजेपी पिछले एक साल से चौका रही है इस बीच किसी ऐसे नाम की घोषणा हो सकती है जो किसी ने भी नहीं सोचा होगा।
अध्यक्ष के लिए 3-3 नाम मांगे
प्रदेश नेतृत्व ने सोमवार की रात 12 बजे तक सभी विधायकों, वरिष्ठ नेताओं, पूर्व एवं वर्तमान जिलाध्यक्ष समेत जिले और प्रदेश पदाधिकारियों से फोन पर ही अध्यक्ष के लिए 3-3 नाम मांगे गए। व्हाटसअप पर भी नाम नहीं लिए गए। कॉल पर ही नाम नोट कराने को कहा गया। सोमवार को पूरे दिन जयपुर से विधायकों के पास फोन आते रहे। किसी विधायक ने फोन नहीं उठाया तो उसे दो, तीन, चार बार कॉल किया गया। ग्रामीण क्षेत्र के एक विधायक को देर रात 5 कॉल किए गए पर वे सो गए और कॉल नहीं उठा पाए। इसलिए उन्होंने अपनी राय मंगलवार को दी। जिनको कॉल किया गया उसमें से सभी विधायक, सांसद, मौजूदा जिलाध्यक्ष, पूर्व जिलाध्यक्ष और सीनियर लीडर। इसके अलावा अगर कोई प्रदेश में पदाधिकारी है तो उससे भी राय ली गई। यानी बीकानेर के शहर और देहात अध्यक्ष के लिए 3-3 नामों का पैनल जयपुर में बन चुका है। वहां सभी की रायशुमारी की संख्या देखी जाएगी।
उम्र का रखा जाएगा ख्याल
सूत्र बताते हैं कि 10 जनवरी के बाद कभी भी जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी जाएगी। इस बार उम्र का खासा ख्याल रखा गया है। एक भी अध्यक्ष 60 से ऊपर का नहीं होगा। शहर के मौजूदा अध्यक्ष विजय आचार्य 59 साल के हैं। इसलिए उन्हें कंसीडर किया जा सकता है। अन्य जो प्रमुख दावेदार है वे भी 60 साल के भीतर के ही हैं। देहात में अब दो गुटों के बीच जंग है।


