
बहुचर्चित मनीषा ब्लाईंड मर्डर केस की गुत्थी सुलझी, आरोपी गिरफ्तार, एक महिला को किया डिटेन







खुलासा न्यूज, बीकानेर।
- मुक्ताप्रसाद थाना क्षेत्र में घर में घुस कर महिला की हत्या कर शव जलाने का जघन्य हत्याकाण्ड का आरोपी गिरफ्तार
- उक्त महिला की हत्या कर जलाने के प्रकरण में वांछित मुल्जिम को ट्रेस करना, पुलिस के लिये था चुनौतिपूर्ण कार्य
- उक्त प्रकरण की गंभीरता को देखते प्रकरण का तत्काल खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक कावेन्द्रसिंह सागर ने एसआईटी का किया था गठन
- उक्त प्रकरण के खुलासे के लिये अलग-अलग टीमों का गठन किया गया, टीमों द्वारा सराहनीय कार्य करते हुये किया मामले का पर्दाफाश
- गिरफ्तार आरोपी से गहनता से किया जा रहा है अनुसंधान
- उक्त हत्याकाण्ड में पुलिस द्वारा गहन अनुसंधान कर एक महिला को भी पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है
- आरोपी द्वारा अपने अवैध संबंधों के खुलासे के भय से षडयंत्रपूर्वक महिला की निर्मम हत्या, हत्या के साक्ष्य नष्ट करने के लिए महिला के शव को जला दिया
-आरोपी उक्त हत्याकाण्ड के अगले दिन धरना स्थल पर भी पहुंचा था
-दस्तयाब महिला भी मृतका के संस्कार कार्यक्रमों में रही थी शामिल
-आरोपी द्वारा हत्या करने से पूर्व कई वेब सीरिज व काईम ऐपीसोड देखे गये
खुलासा न्यूज, बीकानेर। मुक्ताप्रसाद थाना क्षेत्र के एकता नगर में हुए मनीषा हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं हत्या की योजना में शामिल आरोपिया महिला को डिटेन किया है, जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार 07 मार्च को परिवादी मांगीलाल ने रिपोर्ट दर्ज करवायी की आज दिनांक को वक्त 12.30 पीएम पर घर पहुंचा तो देखा कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा मेरे घर में प्रवेश करके मेरी पत्नी मनीषा की लाश अघ जली हालात में मिली पीछे का दरवाजा खुला था। किसी अज्ञात व्यक्ति ने मेरे घर में घुस कर मेरी पत्नी की हत्या कर उस पर जला दिया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया।
टीम का कार्य व भूमिका
पुलिस थाना मुक्ताप्रसाद नगर में महिला की निर्मम हत्या कर उसकी लाश को जलाने की अपराध की गंभीरता के मध्यनजर रेंज आईजी ओमप्रकाश पासवान के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक कावेन्द्रसिंह सागर व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सौरभ तिवाड़ी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया व मौके पर एफएसएल टीम व श्वान दल को बुलाया गया। मामला महिला की निर्मम हत्या से जुडा हुआ था। बीकानेर पुलिस ने इस प्रकरण को प्राथमिकता से लिया जाकर तुरन्त प्रभाव से अलग-अलग टीमें गठीत की गयी। उक्त जघन्य हत्याकाण्ड के पर्दाफाश हेतु सौरभ तिवाडी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। जिसमें सीओ सिटी श्रवणदास संत, सुभाष गोदारा आरपीएस, धीरेन्द्र सिंह थानाधिकारी एमपी नगर, विक्रम तिवाड़ी उनि थानाधिकारी नयाशहर, जसवीर कुमार उनि थानाधिकारी कोतवाली, रेणुबाला उनि पीएस मुक्ताप्रसाद नगर, दीपक यादव सउनि प्रभारी साईबर सैल के अलग-अलग टीमों का गठन किया गया।
अलग-अलग 05 पुलिस टीमों का गठन किया जाकर कार्य शुरू किया गया। पुलिस की अलग-अलग टीमों के द्वारा मुखबीर तंत्र मजबूत किये व घटनास्थल के आस-पास व बीकानेर से आने जाने रास्ते पर करीब 200 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चैक किये गये तथा घटनास्थान से तकनिकी साक्ष्य भी एकत्रित कर कार्य प्रारंभ किया गया। घटना स्थल के आस-पास डोर-टू-डोर सर्वे कर करीब 300 लोगों से पूछताछ की व पुलिस टीमों द्वारा महिला के शव मिलने वाले घटनास्थल के पास लगातार सात दिनों तक दिन रात उस रूट से आने जाने वाले करीब 500 लोगों से जानकारीयां जुटाई, बीकानेर शहर में रहने वाले संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई। पूर्व में दर्ज हुये हत्या के प्रकरणों से संबंधित बदमाशों से भी पूछताछ की गई व आसूचना तथा सम्पूर्ण अलग-अलग तकनिकी साक्ष्यों व मोबाईल डाटा विश्लेषण के आधार पर पुलिस टीम ने कड़ी मेहनत व लग्न से कार्य करते हुये कड़ी से कड़ी जोड़कर जघन्य हत्याकाण्ड में शामिल आरोपी को चिन्हित कर आरोपी की तलाश कर दस्तयाब कर बाद पुछताछ गिरफ्तार किया गया।
इसलिए की हत्या
आरोपी गोपाल ने दौराने पुछताछ बताया कि उसके मृतका की जेठानी व चचेरी बहिन सुमन के साथ पिछले करीब एक साल से अवैध संबंध थे और उक्त बात का कुछ समय पहले मृतका को पता चलने पर उसने विरोध किया। जिस पर आरोपी गोपाल व उसकी प्रेमिका सुमन द्वारा मृतका को अपने रास्ते से हटाने के लिए षडयंत्र रचा गया। आरोपी गोपाल ने हत्या को अंजाम देने के लिए कई वैब सीरिज व काईम ऐपीसोड देखे। आरोपी गोपाल को उसकी प्रेमिका द्वारा मृतका के घर की सारी जानकारियां उपलब्ध करवाई, मृतका कब कब घर अकेली रहती है। हत्या करने से दो दिन पूर्व भी आरोपी द्वारा घटनास्थल पर आकर अपनी प्रेमिका के साथ मृतका के घर जाकर रैकी की गई। दिनांक 07.03.2025 को आरोपी द्वारा मृतका के घर जाकर उसको विश्वास में लिया। कॉलोनी में कोई काम से आने का बताकर मृतका के घर पर बैठकर चाय पी। मृतका के घरेलू कार्य के दौरान घोखे से उसके सिर पर किसी भारी हथियार से वार कर गंभीर चोटें कारित कर उसकी हत्या कर दी तथा हत्या के सबूत नष्ट करने के लिए मृतका की लाश पर ज्वलीनशील पदार्थ डालकर जला दिया व शातिर रूप से साक्ष्य नष्ट करने के भरसक प्रयास किये। घटना के अगले दिन भी आरोपी मृतका की हत्या को लेकर पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी के आगे धरना में शामिल हुआ था।
इनको किया गिरफ्तार
गोपाल पुत्र आसुराम उम्र 41 साल निवासी वॉर्ड नम्बर 20 नयाबास गौशाला के पास बीदासर चुरू। निरुद्ध महिला का नाम सुमन पत्नी मुनीराम निवासी झाडेली हाल जेबी कॉलोनी बीकानेर।
गिरफ्तारी में इन्होंने किया सहयोग
जसवीर कुमार उनि थानाधिकारी कोतवाली, कैलाश बिश्नोई कानि, संजय कानि, काशीराम कानि आदि शामिल थे।
सीसीटीवी फुटेज टीम:- विक्रम तिवाडी उनि थानाधिकारी नयाशहर, महावीर सिंह हैडकानि, हेतराम हैडकानि, छगनलाल कानि, श्रीराम कानि शामिल थे ।
डोर-टू-डोर सर्वे करने वाली टीम- रेणुबाला उनि पीएस मुक्ताप्रसाद नगर, सुरेन्द्र सउनि, बाबुलाल सउनि, लाखाराम हैडकानि, हंसराज हैडकानि, हेमसिंह कानि, मनोज कानि, शिवराज कानि आदि शामिल थे।
तकनीकी टीम: दीपक यादव सउनि प्रभारी साईबर सैल, दिलीप सिंह सउनि, श्रीराम कानि, सुर्यप्रकाश कानि आदि शामिल थे।
कार्रवाई में विशेष भूमिका:- उक्त हत्याकाण्ड के खुलासे में एमपी नगर थानाधिकारी धीरेन्द्रसिंह, दीपक यादव सउनि, श्रीराम कानि व छगनलाल कानि 1223 का विशेष योगदान रहा।
खुलासा करने वाली टीम को किया जाएगा पुरस्कृत
जिला पुलिस अधीक्षक बीकानेर द्वारा उक्त हत्याकाण्ड का खुलासा करने वाली टीम को पुरस्कृत किया जायेगा।


