
पुलिस हिरासत से साथी को छुड़ाने के लिए बदमाशों ने थाने पर किया हमला






जोधपुर। राजस्थान में पुलिस-प्रशासन के दावों के बाद भी अपराधी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे. हाल यह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहनगर जोधपुर में भी बदमाशों का आतंक सिर चढ़कर बोलता है. शहर में बदमाशों का आतंक इतना बढ़ चुका है कि बदमाश पुलिस थाने पर हमला कर हिरासत में बंद आरोपियों को छुड़वाने पहुंच गए. ये तो गनीमत रही कि पुलिस थाने के संतरी व सिपाही ने बहादुरी से बदमाशों से लड़ाई लड़ी और बदमाशों को भगाने में कामयाब रहे. इस घटना के बाद पूरा पुलिस महकमा अलर्ट हुआ और इस हमले के आरोप में दो पुरुष व एक महिला को गिरफ्तार किया गया.
लियावीओ-जोधपुर के सूरसागर थाने पर हमले का यह मामला सामने आया है. यहां स्कॉर्पियो सवार एक महिला और दो हमलावरों ने अपने साथी को छुड़वाने के लिए थाने पर हमला किया. इस दौरान संतरी के साथ भी मारपीट की गई और आरोपी उसका मोबाइल और टोपी छीन कर भाग गए. सूरसागर थाना अधिकारी सुनील चारण ने बताया कि रात में घरेलू विवाद के चलते नरेश माली को शांति भंग की धारा में थाने लाया गया था. रात करीब 2:30 बजे नरेश माली के भाई दिनेश, एक महिला और मेघा राम ने थाने पर हमला कर दिया. बदमाशों ने थाने में ड्यूटी कर रहे संतरी अर्जुन के साथ मारपीट की, वहीं एक अन्य जवान राकेश के साथ भी धक्का-मुक्की की गई.
बताया गया कि हमलावरों ने संतरी का मोबाइल छीन लिया और टोपी लेकर भागने लगे, इस दौरान अर्जुन को कई चोटें भी लगी. हमलावरों ने हवालात की चाबी छीन कर नरेश माली को छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन कामयाब नहीं हो सके. थाने में मौजूद संतरी और सिपाही ने बदमाशों का डटकर मुकाबला किया और उन्हें भागने पर मजबूर कर दिया. बाद में पुलिस के आला अफसरों को सूचना दी गई, तब तुरंत पूरे शहर में नाकेबंदी करवाई गई. तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. वहीं पुलिस ने भाग रही स्कॉर्पियो को नागोरी गेट थाने के पास पकड़ लिया. इसके बाद तीनों आरोपी हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया. हमलावरों पर राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज करवाया गया है. सूरसागर थाना प्रभारी सुनील चारण ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.


