पुरोहित की श्रद्धाजंलि सभा गोकूल सर्किल पर 6जून को मनाई जायेगी

पुरोहित की श्रद्धाजंलि सभा गोकूल सर्किल पर 6जून को मनाई जायेगी

पुरोहित की श्रद्धाजंलि सभा गोकूल सर्किल पर 6जून को मनाई जायेगी

बीकानेर। गोकुल प्रसाद जी पुरोहित एक निर्भीक, निडर, जुझारू नेता हुएं हे शिवरतन जी पुरोहीत के यहा 2, सितम्बर 1915 को कलकत्ता मे जन्म हुआ था । और बंगाल की भुमि के क्रांती , ओज पुर्ण वातावरण मे पल बडकर उन्होने स्वतत्रता, मानव प्रेम , समानता और शोषण मुक्त समाज के आधारभुत तत्व को बाल्यकाल मे ही ग्रुहण कर लिये थे । आप बाल्यकाल मे ही स्वतत्रता सग्राम मे कुद पडे । उग्र किसान नेता स्वामी सहजानंद सरश्वती से प्रेरणा लेकर बिहार मे और काले पानी की सजां काट कर आऐ क्रांतीवीर श्री यौगेश शुक्ल के साथ आप ने प्रांरभिक जीवन के वर्ष बिताए ।
राजस्थान लोट ने पर आपको माणिक लाल वर्मा , मोहन लाल सुखाडीयां रमेश चन्द्र व्यास के साथ स्वतत्रता सग्राम मे भाग लेने का अवसर मिला । गौकुल प्रसाद जी पुरोहित की नेतृत्व क्षमता अद्धभुत थी ।
गौकुल प्रसाद ने मेवाड के सांमतो और जमीदारो के बेगारी और बेदखली के अत्याचारो के खिलाफ प्रखरता के साथ किसानो को तैयार करके आरजिया, मांडल, मेजा आदी अनेक गांवो के तालाब के पेटे की जमीन और चरागाहो की जमीन को सामन्ती शिकंजे से छुडाकर किसानो को दिलाने का कडा संघर्ष किया, यह गौरवशाली अध्याय हमेशा याद किया जाएगा।
गौकुल प्रसाद पुरोहित वाणी के धनी और ओजस्वी वक्ता थे ।
आवाज की बुलदंगी और साधारण भाषा हिन्दी , उर्दु की वीर रस धारा से श्रोताओ को बान्ध रखने की क्षमता थी । जनता की समस्या को सुनकर चुप बैठने वालो मे से आप नही थे , न ही आपको बोलने के लिये भाषण लिखने या तैयार करने की जरुरत थी । गौकुल प्रसाद पुरोहित
सन 1959मे सहाडा पचायत समिति के प्रधान चुने गए , और वहा से ग्रामीण जनता के आर्थिक स्तर सुधारने के लिये नई चेतना जाग्रत की । पथरीली जमीन के कुंओ मे जलस्तर ऊचां करवा कर सिचाई के इस ऩए प्रयोग किया , जिसकी आज भी वहा की जनता सराहना करती हे ।
गौकुल प्रसाद पुरोहीत
1962 से 1972 तक विधायक रहे थे । पहली बार वो माडलं ( भीलवाडा) से विधायक रहे और दुसरी बार बीकानेर से प्रथम कांग्रेसी विधायक बने थे । आपके अथक प्रयासो से ही राजस्थान नहर परियोजना का कार्यालय बीकानेर आया, इस क्षैत्र के लोगो को नहरी क्षैत्र मे भुमि का आवंटन हुआ ।
बीकानेर मे पुष्करणा स्टेडियम बनवाकर तो गौकुल प्रसाद पुरोहीत अमर हो गये ।
गौकुल प्रसाद पुरोहित ने मेवाड क्षैत्र की अभ्रक खानो के मजदुरो के हक के लिये और न्युनतम मजदुरी और कार्य समय का कानुन लागु करवाया ।
गौकुल प्रसाद मजदुरो के नेता थे
सन1973 मे राज्य कर्मचारियो की राज्यव्यापी हडतालं के दौरान आपने कर्मचारियो का साथ दिया और धारा 144 तोडकर गिरफ्तारी जी । श्री पुरोहित के अथक प्रयासो से ही मजदुर सगठन इटंक की राजस्थान मे अलग राज्य शाखा स्थापित हुई और गौकुल प्रसाद प्रथम उपाध्यक्ष बने । आप ही
श्री माणिक लाल वर्मा, श्री शिवचरण माथुर, श्री गिरधारी लाल व्यास, श्री रामपाल उपाध्याय, रतन लाल ताम्बी एवं अनेक युवा को राजनिती मे लाएं । बीकानेर के सार्वजनिक जीवन मे उभरने वाले श्री गोपाल जी जोशी, श्री क्च, ष्ठ , कल्ला , श्री माखन जोशी भवानी शंकर शर्मा जैसे अनेक युवा को आपने राजनिती मे अग्रीम मोर्चा समालने का होसला बढाया। ।
श्री माणिक्य लाल वर्मा व श्री मोहन लाल सुखाडीयां कठिन राजनेैतिक समस्या पर गौकुल प्रसाद से परामर्श लेते थे और उनके सुजाव को मान्यता देकर उन्है आदर से गरुजी कहते थे ।
चाहे संवाद हो या जनसभा श्री गौकुल प्रसाद पुरोहीत की वाणी कही भी अनसुनी नही कर सकते थे , यह उनके व्यक्तित्व का कमाल था कि भाषण अकाल के दिनो मे स्थिति का जायजा करवाने के लिये वित्तमंत्री श्री मोरार जी देसाई को बीकानेर जिले मे हाथ पकड कर ले गये । विधानसभा मे उनके देहांत पर श्री भैरोसिंह जी शेखावत ने कहा की इस सदन को एक गौकुल प्रसाद के रुप मे ही इस प्रकार का सदस्य मिला था, जो सत्ता पक्ष या विरोधी पक्ष को निडर होकर अपनी बात रहता था।
श्री गौकुल प्रसाद जी पुरोहीत का स्वर्गवास दिनांक6 जुन 1986 को हुआ था।
श्री गौकुल प्रसाद जी पुरोहीत
को शत शत नमन
श्री गौकुल प्रसाद जी पुरोहीत ब्राम्हणो के सरताज नेता थे।
मेरे जानकारी मे उनका प्रतीमा दो जगह पर लगी हुई हे
1 गंगापुर चौराहे पर (भीलवाडा)
2 नत्थुसर गेट (बीकानेर)
बीकानेर में नत्थूसर गेट के बाहर स्थापित प्रतिमा का अनावरण राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक जी गहलोत ने किया। स्व. गोकुल प्रसाद जी पुरोहित की पुण्यतिथि पर दिनांक 06.06.2024 को गोकुल सर्किल पर सुबह 8:30 बजे श्रद्धांजलि सभा में आपकी उपस्थिति प्रार्थनीय है

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