
मोनोलिसा हत्याकांड में मुख्य अभियुक्त ने उगले कई राज, पुलिस जल्द ही करेगी बड़ा खुलासा






बीकानेर । शहर के बहुचर्चित मोनोलिसा हत्याकांड में पुलिस जल्द ही सनसनीखेज खुलासा करेगी। पुलिस सूत्रों के अनुसार बीते पखवाड़े भर से पुलिस रिमांड पर चल रहे मुख्य अभियुक्त भवानी सिंह शेखावत ने मोनोलिसा को मौत के घाट उतारने के बाद उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिये जाने की पूरी कहानी उगल दी है। जानकारी में रहे कि गिरफ्तारी के बाद रिमांड के पहले चरण में आरोपी भवानी सिंह पुलिस को कई तरह की कहानिया सुनाकर उलझा रहा था। वारदात से जुड़े अहम तथ्यों के आधार पर पुलिस मोनोलिसा हत्याकांड से जुड़े सबूत मिटाने के आरोपी जितेन्द्र शर्मा,फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले वकील नवल धवल,प्रोपर्टी कारोबारी मुकेश धौलपुरिया को हिरासत में ले चुकी है। जबकि मोनोलिसा की प्रोपर्टी खरीदनें के आरोपी रविन्द रामपुरिया,उसका लडक़ा चिराग रामपुरिया और जसवंत जाट
अभी पुलिस की रडार में है। इस हत्याकांड को लेकर अब तक हुई जांच पड़ताल में खुलासा हो चुका है कि मोनालिसा की हत्या उसके प्रेमी भवानी सिंह ने अपने साथी के साथ मिलकर की थी। हत्या के तार मृतका की प्रोपर्टी से जुड़े हुए बताये जा रहे है। यह भी खुलासा हो चुका है आरोपी भवानी सिंह ने हत्या के सबूत मिटाने में करणी नगर कॉलोनी निवासी जितेन्द्र शर्मा व उसकी पत्नी सोनिका शर्मा का भी
सहयोग लिया था। साजिशन तरीके से हुए इस हाईप्रोफाइल हत्याकांड की पर्दाफाश करने के लिये पुलिस ने मृतका की माता रुना चौधरी व आरोपी भवानीसिंह के 164 सीआरपीसी में अलग-अलग बयान दर्ज करवाए गए। दोनों के बयानों में मोनालिसा की मौत की तारीख व घटना के संबंध में अलग-अलग बातें सामने आईं, जिससे भवानी का कृत्य संदिग्ध लगा। आरोपी ने मोनालिसा के फिसल कर बेहोश होने की झूठी कहानी बनाई। घटना के समय दोस्त को बुलाने और मोनालिसा को अस्पताल ले जाने की बात बताई, जबकि पुलिस ने अस्पताल का रेकार्ड चेक किया, तो पता चला कि वह उसे अस्पताल लेकर गया ही नहीं। आरोपी ने माता की अनुमति के बिना ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी भवानी ने मोनालिसा की हत्या कर, हत्या के सबूत नष्ट करने की कोशिश की और महीनेभर तक रुना चौधरी को गुमराह


