जितेन्द्र सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपी को 8 माह बाद पकड़ा - Khulasa Online जितेन्द्र सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपी को 8 माह बाद पकड़ा - Khulasa Online

जितेन्द्र सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपी को 8 माह बाद पकड़ा

खुलासा न्यूज बीकानेर। 8 माह पूर्व पारवा गांव में जितेन्द्र सिंह हत्याकांण्ड के मुख्य आरोपी व उसके साथी को नोखा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार पारवा सरपंच पति कुंदन स्वामी व चांडासर निवासी बजरंग नाई को गिरफ्तार किया है जो कि हत्या के बाद से फरार चल रहे थे। पुलिस के अनुसार हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुंदन स्वामी व उसके साथी बजरंग को दिल्ली के गुडग़ांव से गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार इन दोनों आरोपी फर्जी आईडी व अपना हुलिया बदलकर पीजी होस्टल में रहते थे, इस दौरान कई राज्यों सहित नेपाल में भी इन्होंने फरारी काटी। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा की साईबर सैल व स्पेशल टीम का विशेष योगदान रहा। यह था मामला नोखा जिला बीकानेर ने जैर ईलाज पीबीएम अस्पताल पर्चा बयान दिया कि दिना ंक 17.07.2020 को राजेन्द्र सिंह पुत्र बजरंग सिंह राजपूत निवासी पारवा ने पीबीएम अस्पताल में इलाज के दौरान पुलिस को पर्चा बयान दिया था। जिसमें 17 जुलाई 2020 को मैं घर पर ही था, मेरा भाई जितेन्द्र सिंह हमारी बोलेरो गाडी लेकर हाईवे होटल पर गया हुआ था, तभी गांव की गुवाड की तरफ से फायर की आवाज आई, जिस पर मैने देखा तो पारवा सरपंच पति कुंदन रामावत व उसके साथी लाठियों, बर्छी व अन्य धारदार हथियारों से मेरे भाई के साथ मारपीट कर रहे थे व गाडी को तोडफ़ोड़ कर रहे थे, मैने बीच-बचाव किया तो इन लोगों ने मेरे साथ भी मारपीट की। इस मारपीट में मेरे भाई की मृत्यु हो गई व मेरे भी गम्भीर चोटें आई। परिवादी की रिपोर्ट पर पुलिस धारा 302, 307, 341, 323, 147, 148, 149, 427 भादस में मुकदमा दर्ज जांच शुरू की। जिसमें इस प्रकरण में शामिल कई आरोपियों की गिरफ्तारी पूर्व में हो चुकी है जो कि जेल में है। लेकिन हत्याकांड के मुख्य आरोपी सरपंच पति कुंदन रामावत व उसका साथी बजरंग नाई पिछले लगभग 8 महीने से फरार चल रहे थे। गुडग़ांव में ठहरे हुए होने की मिली सूचना प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए दोनों आरोपीगणों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा ने अपनी साईबर सैल व स्पेशल टीम को निर्देश दिये। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर शैलेन्द्र सिंह इंदोलिया व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुनील कुमार के निकट सुपरविजन में व वृताधिकारी नोखा नेमसिंह के नेतृत्व, एएसआई रामकरण सिंह, हैड कानि. महावीर., कानदान., दीपक साईबर सैल, ओमप्रकाश, सतार खान व कानि. लखविन्द्र सिंह, वासुदेव, योगेन्द्र कुमार, दिलीप सिंह साईबर सैल, पूनमचंद डीआर की टीम द्वारा इन आरोपीगणों की सरगर्मी से तलाश शुरु की गई। दौराने तलाश टीम को सूचना प्राप्त हुई कि प्रकरण का मुख्य आरोपी पारवा सरपंच पति कुंदन रामावत व उसका साथी बजरंग नाई चांडासर को दिल्ली, गुडगांव में देखा गया है। टीम का कार्य व भूमिका पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा द्वारा गठित विशेष टीम ने पूरी मेहनत व लग्न से काम करते हुए आरोपी कुंदन रामावत व बजरंग नाई को गिरफ्तार करने के लिए कार्यवाही करते हुए गुडगांव दिल्ली के सेक्टर 17 मे ं पी.जी. होस्टलों व होटला में लगे सीसीटीवी कैमरों की सघन चैकिंग की गई व पुलिस टीम द्वारा स्वंय हुलिया बदलकर किरायेदार बनकर फ्लेटों व पी.जी. होस्टलों में रहने वाले संदिग्ध किरायेदारों की तस्दीक की तथा लोकल लोगों की मदद व तकनीकी दृष्टिकोण अपनाकर एक संदिग्ध फ्लेट को चिन्हित किया जिसमें आरोपी कुंदन रामावत व बजरंग नाई अपना हुलिया बदलकर व फर्जी आई.डी. से काफी समय से रह रहे थे। विशेष टीम द्वारा आरोपी कुंदन रामावत व बजरंग नाई की पहचान सुनिश्चित करते हुए वहां से गिरफ्तार किया। आरोपियों के छुपने का तरीका पुलिस के अनुसार आरोपी कुंदन रामावत व बजरंग नाई ने पूछताछ के दौरान बताया कि वे जिस फ्लेट में रहते थे वह फ्लेट इन्होंने फर्जी आई.डी. पर किराय पर ले रखा था। फरारी के समय जिस भी जगह रुकते तो उस फ्लेट से बाहर नहीं निकलते और कुछ दिनों बाद उस जगह को छोडकऱ दूसरे स्थान पर चले जाते थे। पुलिस के अनुसार आरोपी कुंदन रामावत ने अपना हुलिया भी बदल लिया था। पूछताछ के दौरान बताया कि फरारी के समय ये गुजरात, पंजाब, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, तेलंगाना, बिहार, दिल्ली, गुडगांव, जयपुर आदि स्थानों पर रहे, पुलिस से बचने के लिये एक स्थान पर ज्यादा समय तक नहीं रुकते। कुछ समय तक आरोपीग नेपाल में भी रहे। पुलिस के अनुसार आरोपी कुंदन पर बीकानेर के पुलिस थाना नयाशहर, कोटगेट, नोखा, जे.एन.वी.सी में अलग-अलग धारा में प्रकरण दर्ज है।

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