
हरियाणा हांडी खेड़ा कें पाखंडी बाबा की खुली पोल,पुलिस ने किया पाबंद,झांसे के शक पर ग्रामीणों ने की पुलिस से की शिकायत



हरियाणा हांडी खेड़ा कें पाखंडी बाबा की खुली पोल,पुलिस ने किया पाबंद,झांसे के शक पर ग्रामीणों ने की पुलिस से की शिकायत
महेश देरासरी
महाजन । हरियाणा के सिरसा में विवादों में घिरने के बाद ठिकाना बदल संजय भगत उर्फ हांडी खेड़ा बाबा अब अर्जुनसर के पास अपना डेरा जमा लिया है। बाबा के पाखंड होने से विरोध शुरू हो गया। ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस ने बाबा को पाबंद कर जगह खाली करने का आदेश दिया है।
जानकारी के अनुसार ग्रामीणों को सूचना मिली कि बाबा सिरसा से भागकर आया है ।ग्रामीणों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने दस्तावेजों की जांच की तो बाबा ने बताया कि जमीन दान में मिली है। बाबा को जमीन देने वाले नोहर के व्यक्ति को पूछताछ के लिए बुलाया है।
ग्रामीण हनुमान शर्मा,विनोद जस्सू व विक्रम सिंह ने बताया कि बाबा संजय लोगों से बीमारी ठीक करने, नशा छुड़वाने, शादी करवाने, घर-कामकाज में दोष दूर करने के नाम पर झाड़ फूंक करता है। कई लोगों से झाड़ा लगाकर सरसों का तेल और हजारों रुपए ठग चुका है।लोगों से घरों में पूजा के नाम से 11, 21 व 31 हजार रुपए तक वसूलता है।
ग्रामीणों ने विरोध करते हुए पुलिस से संजय भगत को गांव से बाहर भेजने की अपील की। पुलिस ने संजय भगत को एक-दो दिन में जगह छोडऩे केलिए पाबंद किया। ग्रामीणों की पूछताछ में बाबा फंस गया। अपने को राम व हनुमान भक्त बताने वाले के पास राम के जीवन के साधारण सवालों के जवाब भी सही नही दे पाया। हांडी खेड़ा बाबा के दरबार में उपचार के नाम पर महिला के निजी अंगों से छेड़छाड़ का वीडियो सामने आने के बाद सिरसा के ग्रामीणों ने विरोध कर दिया था। इसके चलते बाबा को सिरसा में अपना दरबार बंद करना पड़ा। पूछताछ करने पर बाबा के शिष्य पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है। तीन साल की सजा काटने के बाद वह एक साल से बाबा के पास रह रहा है,।जिससे उन लोगों को शक हो गया और उन्होंने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई।
ग्रामीणों और पंचायत ने इस बात पर सवाल उठाया है कि संजय भगत को गांव में कौन संरक्षण दे रहा है और किसने उसे यह जमीन दिलवाई है। इतने कम समय में वीडियो बनाकर वायरल करने से बीकानेर में भी चर्चित हो गया है। हर कोई बाबा के बारे में बात कर रहा है। ऐसे में पुलिस ने जमीन मालिक को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। साथ ही उन सोशल मीडिया वालों को भी बुलाया है, जिन्होंने भ्रम फैलाने वाले वीडियो बनाए हैं।




