
बीकानेर: भूख हड़ताल पर बैठे तीन जेल कर्मियों की तबीयत बिगड़ी






बीकानेर। वेतन विसंगति दूर करने व ड्यूटी अलाउंस बढ़ाने सहित अन्य मांगों को लेकर जेल कार्मिकों का आंदोलन जारी है। जेल प्रहरी पिछले चार दिन से सेंट्रल जेल परिसर में अनशन पर बैठे हैं। उन्होंने मैस का बहिष्कार कर रखा है। अन्न भी छोड़ रखा है। केवल पानी पी रहे हैं। इनमें महिला जेल कर्मी भी शामिल हैं। शनिवार को गर्मी में धरने पर बैठे तीन जेल कर्मियों की तबीयत बिगड़ गई। एक व्यक्ति का पीबीएम अस्पताल की सघन चिकित्सा ईकाई में भर्ती कराना पड़ा । जेल कर्मियों का कहना है कि सरकार ने जनवरी में हुए समझौते को लागू नहीं किया। इस कारण प्रदेशभर के जेल प्रहरियों को फिर से आंदोलन पर उतरना पड़ा।13 जून से 7 दिन तक काली पट्टी बांध कर काम किया। उसके बाद भी सुनवाई नहीं हुई। मजबूरन 21 जून से मैस का बहिष्कार किया है। सभी भूख हड़ताल पर हैं। बीकानेर सेंट्रल जेल में करीब 90 जेल प्रहरी हैं। सभी अलग अलग जगहों पर तैनात हैं। इनमें महिला कार्मिक भी हैं। भूख हड़ताल पर बैठे जेल प्रहरी, आरएसी व पुलिस के समान वेतन चाहते हैं। जेल में आंतरिक सुरक्षा के चलते इन्हें हार्ड ड्यूटी अलाउंस मिलता है, जो ना के बराबर है। वेतनमान और अलाउंस बढ़ाने की मांग को लेकर जनवरी में सरकार से समझौता हुआ था। चार महीने गुजर जाने के बाद भी समझौते को लागू नहीं किया गया।


