
जिस लड़की को मरा समझा, वह प्रेमी के साथ मिली, कॉल डिटेल से खुला मामला






खुलासा न्यूज नेटवर्क। सरदारशहर के खेजड़ा के पास 18 फरवरी को सड़क के किनारे जमीन में दबे मिले लड़की के शव की पहचान के मामले में शनिवार को पुलिस ने नया खुलासा किया। शव की पहचान 6 दिनों बाद देवासर गांव निवासी भजनगर गुसाई ने अपनी बेटी सुमन (18) के रूप में पहचान की थी। जिसके बाद पुलिस ने सुमन की कॉल डिटेल निकलवाई तो सामने आया की सुमन अपने प्रेमी कानाराम (23) निवासी कालवास के घर में जिंदा है। इसके बाद पुलिस कालवास गांव पहुंची और सुमन और उसके प्रेमी को भानीपुरा थाने लेकर आई, जहां दोनों से पूछताछ की जा रही है। भानीपुरा पुलिस के अनुसार, देवासर गांव को सड़क के किनारे एक लड़की का शव मिला था। जिसकी पहचान देवासर गांव निवासी भजनगर गुसाई ने अपनी बेटी सुमन के रूप में की थी। जिसके बाद से ही लड़की के परिजन शव लेने को इनकार कर रहे थे। साथ ही आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने सुमन की कॉल डिटेल निकलवाई। साथ ही उसके संपर्क में रहे देवासर गांव के सांवरगर और उसकी पत्नी सुमन और राकेश गुसाई से पूछताछ की। जिसके बाद सामने आया कि सुमन प्रेमी कानाराम के साथ लूनकरणसर के कालवास गांव में जिंदा मिली। वहीं सड़क के किनारे जमीन में दबी मिली लड़की का पुलिस ने अंतिम संस्कार कर दिया है।
सुमन की आठ महीने पहले हुई थी शादी
देवासर गांव के ग्रामीणों ने बताया कि सुमन की 8 महीने पहले राजगढ़ के बांसड़ा गांव के विनोद गोस्वामी के साथ शादी की थी। लेकिन वहां पर एक महीने के बाद विनोद को छोड़कर अपने प्रेमी लूणकरनसर के कालवास गांव के कानाराम जाट के साथ चली गई थी। वहां से सुमन के परिवार के सदस्य उसे वापस लेकर आ गए। उसके बाद वापस 15 जनवरी को सुमन घर से बिना बताए निकल गई। उसके बाद घर वालों को कोई सूचना तक नहीं मिली। बता दें कि सुमन दो भाइयों के बीच में इकलौती बहिन थी। सुमन ने कक्षा 10वीं तक पढ़ाई की थी।
सोशल मीडिया पर हुई पहचान
सुमन का इंस्टाग्राम के माध्यम से कानाराम से संपर्क हुआ। उसके बाद धीरे-धीरे फोन पर बातचीत शुरू हो गई। वह 4 महीने पहले सुमन को भगा ले गया। इस दौरान ग्रामीणों ने समझाइश करने के बाद एक बार सुमन वापस आ गई। इसके बाद सुमन बिना बताए घर से 15 फरवरी को गायब हो गई थी।


