
कोरोना की दैनिक रिपोर्ट में आंकड़ों का खेल! जाने क्या है हकीकत






खुलासा न्यूज,बीकानेर। जिले में कोरोना की रिपोर्ट को देखकर ऐसा लगता है कि कोरोना की दूसरी लहर अब बैक टू पेवेलियन है। लेकिन रिपोर्ट में जो आंकड़े आ रहे है। उसको देखकर ऐसा लग रहा है कि कोरोना में कही न कही फिर आंकड़ेबाजी का खेल नजर आ रहा है। जिसका उदाहरण सीएमएचओ कार्यालय से प्रतिदिन आने वाली कोरोना रिपोर्ट है। जिसमें पीबीएम अस्पताल में अभी भी 17 रोगियों को भर्ती बताया जा रहा है। जबकि हकीकत में सिर्फ एक रोगी भर्ती है, वो भी पीबीएम अस्पताल के एमसीएच वार्ड में। आला अधिकारियों के पास भर्ती के अलग अलग रिकार्ड है। ऐसे में आशंका है कि एक्टिव केस के आंकड़े भी गलत बताये जा रहे हैं। विभाग की ओर से रविवार शाम जारी रिपोर्ट में एक्टिव केस 23 बताये गए हैं, जिसमें 17 हॉस्पिटल में और 6 होम आइसोलेशन में है। इसके विपरीत पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. परमिन्द्र सिरोही का कहना हे कि सिर्फ एक रोगी भर्ती है,जो एमसीएच विंग में है। इसके अलावा बीकानेर के प्राइवेट हॉस्पिटल या फिर सरकारी सैटेलाइट अस्पताल में भी कोई रोगी भर्ती नहीं है। इसके बाद भी स्वास्थ्य महकमा 16 रोगी अधिक भर्ती बता रहा है। सीएमएचओ डॉ. ओ.पी. चाहर का कहना है कि बीकानेर और जयपुर के रिकार्ड में अंतर है। इसे जल्दी ही ठीक किया जायेगा। होम आइसोलेशन में रोगी भी कम नहीं बताये जा रहे हैं। यहां अब तक छह रोगी होम आइसोलेशन में है, जबकि हकीकत में यह संख्या 22 है।
क्यों होता है अंतर?
दरअसल, जनता के बीच कोरोना के आंकड़ों को कम करके बताया जाता है। ये व्यवस्था से शुरू से रही है कि जितने पॉजिटिव आते हैं, उससे कम पॉजिटिव बताये जाते हैं। इसी बीच भर्ती और छुट्टी पाने वाले रोगियों के आंकड़े भी मैनेज करके बताए जा रहे हैँ। पिछले कुछ दिनों में ठीक होने वाले रोगियों को कम नहीं किया गया। यहीं कारण है कि अस्पताल खाली हो गया लेकिन हेल्थ डिपार्टमेंट की रिपोर्ट में रोगी भर्ती ही रह गए।


