
निगम के बजट से पहले ही कांग्रेसी पार्षदों की धड़ेबंदी आई सामने







बीकानेर। नगर निगम की बजट साधारण सभा 14 फरवरी को वेटरनरी विवि ऑडिटोरियम में होगी। इससे पहले ही निगम मेंराजनीति गर्मा गई है। कांग्रेस के कई पार्षदों ने बजट बैठक से पहले सदन में जनहित के मुद्दों पर चर्चा करवाने की मांग रखी है।ऐसा नहीं करने पर बजट बैठक का विरोध करने की चेतावनी दी है। नेता प्रतिपक्ष सहित कई कांग्रेस पार्षदों ने संयुक्त बयान भी जारीकिया है। इससे कांग्रेस पार्षदों में चल रही खींचतान एक बार फिर सामने आ गई है। संयुक्त बयान देने वालों में पार्षद जावेद पडि़हार, अंजना खत्री, शांतिलाल मोदी, शिवशंकर बिस्सा, सुशील सुथार, अब्दुल वाहिद, शहजाद भुट्टो, मोहम्मद रफीक, सुनील गेदर, अनवर खादी, ताहिर हसन, दुर्गादास छंगाणी, युनूस अली, अब्दुल सत्तार शामिल है। महापौर पर साधा निशाना कांग्रेस पार्षदों ने संयुक्त बयान में आरोप लगाया कि निगम महापौर सुशीला कंवर जनहित के मुद्दों और जनसमस्याओं पर सदन में चर्चा करने से बच रही हैं। शहरवासी सीवरेज, सडक, लाइट, बेसहारा पशु, गंदगी व कचरा, सफाई व्यवस्था आदि को लेकर परेशान हैं, लेकिन महापौर गौर नहीं कर रही हैं। पार्षद जावेद पडि़हार के अनुसार महापौर का कार्यकाल अधिकारियों-कर्मचारियों से केवल उलझने में पूरा हुआ है। बजट घोषणाओं को भी धरातल पर लाने में विफल रही है। शहर की स्वच्छता रैंकिंग लगातार गिर रही है। नहीं थम रही गुटबाजी नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त है। कांग्रेस पार्षद लंबे समय से धड़ों में बंटे हुए हैं। अनेक अवसरों पर कांग्रेस पार्षदों की धड़ेबंदी सामने आ चुकी है। निगम में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति के समय से ही पार्षदों में चल रही गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस के कई पार्षदों की ओर से जारी किए गए संयुक्त बयान में नेता प्रतिपक्ष सहित कई कांग्रेस पार्षदों के नाम नहीं हैं। इससे बजट साधारण सभा के दौरान सदन में एकराय से कांग्रेस पार्षदों की ओर से उठाए जाने वाले मुद्दों पर प्रश्न चिह्न लग रहा है। धड़ों में बंटा विपक्ष जनता की आवाज सदन में बन पाएगा, इस पर सवाल अभी से उठने लग गए हैं। इस स्थिति के बाद भी कांग्रेस के नेता चुप्पी साधे हुए हैं।


